किसान आंदोलन और महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी के मामले में बुलंदशहर कोर्ट में कंगना रनौत के खिलाफ परिवाद दायर हुआ है। अपर सिविल जज प्रवर खंड-2/ एमपी-एमएलए न्यायालय ने उन्हें 25 अक्टूबर को पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है।
हमेशा अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत बुरी फंस गईं हैं। किसान आंदोलन और महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी के मामले में बुलंदशहर कोर्ट में कंगना रनौत के खिलाफ परिवाद दायर हुआ है। अपर सिविल जज प्रवर खंड-2/ एमपी-एमएलए न्यायालय के न्यायाधीश अर्जुन सिंह के उन्हें 25 अक्टूबर को पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है।
अधिवक्ता संजय शर्मा ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन (किसान शक्ति) के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डिबाई के मोहल्ला नमक मंडी निवासी गजेन्द्र शर्मा ने एमपी-एमएलए न्यायालय में वाद दायर किया है। इसमें कहा गया है कि वर्ष 2021-22 में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून के विरूद्ध दिल्ली में किसानों ने 13 माह तक धरना दिया था। इस दौरान किसान नेता गजेंद्र शर्मा भी किसानों के साथ गाजीपुर बार्डर पर धरने पर बैठे थे।
धरने के दौरान सांसद बनने से पहले फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने किसानों पर कई विवादित बयान दिए। हिमाचल के मंडी लोकसभा से सांसद बनने के बाद भी कंगना रनौत ने किसान और महिलाओं पर कई विवादित बयान दिए हैं। इसी को लेकर गजेंद्र शर्मा ने एमपी-एमएलए कोर्ट में 19 सितंबर को वाद दायर किया। 20 सितंबर को न्यायालय ने प्रार्थना पत्र को स्वीकार कर सांसद एवं अभिनेत्री कंगना रनौत को 25 अक्टूबर को न्यायालय में पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है।