सोनभद्र (विकास द्विवेदी)
– कई महीनों से जलभराव के बाद भी नहीं जाग रहा नपा प्रशासन, शिकायत के बाद भी अफसर बेखबर
– पानी का निकास न होने से जल्द फैल सकती माहमारी, नगर पालिका मौन
सोनभद्र। जनपद की एक मात्र पालिका सोनभद्र के तमाम शहरी इलाकों के मैदानों में कई महीनों से पानी जमा हुआ है।शहर के विकास नगर कालोनी में अधिवक्ता विकाश शाक्य के घर के पास एक प्लाट में कई महीनों से पानी जमा हुआ है।इसकी कई बार शिकायत भी की गई। इसके अलावा शहर में अन्य कई स्थानों पर लोगों के प्लाट में पानी जमा हुआ है।वहाँ के पानी के निकासी की व्यवस्था न होने के कारण वह पानी सड़ रहा है।अगल बगल रहने वाले लोग गंदगी और बदबू से परेशान हो रहे है।तमाम प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हो रही है। ऐसे में लोगों को अपने घरों में रहना भी मुश्किल हो रहा है।यदि इस परेशानी का समाधान नही किया गया तो आने वाले समय मे माहमारी फैल सकती है।यहां के बाशिंदो ने सबसे पहले अपने सभासद से अपनी परेशानी की शिकायत की उसके बाद वह नगरपालिका को भी अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई ध्यान नही दिया।इधर प्लाट में पानी भरने से तमाम प्रकार की बीमारियां फैलने का डर हो गया है।दूसरी तरफ लोग अपने घर से निकलने के लिए उसी गन्दे पानी से गुजरना पड़ता है।घरो में मच्छरों की फौज तैयार हो गई है।कोई भी आदमी चैन से खाना भी नही खा पाते है।हालांकि नगर पालिका प्रशासन को चाहिए कि संबंधित प्लाट मालिक को नोटिस जारी करें।इसके अलावा पम्पीसेट लगाकर पानी निकासी की भी समुचित व्यवस्था कराई जा सकती है लेकिन नगर पालिका प्रशासन यह कदम कब उठाएगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
मच्छर रोधी दवाओं का नहीं हो रहा छिड़काव
सोनभद्र। एक कहाबत है कि करेला वह नीम पर चढ़ा जैसे कि नालियों का पानी का निकास नही ऊपर से बरसात भी हो रही है।यहां के रहने वाले लोग आखिर जाए तो कहा जाए।जब तक इस परेशानी से छुटकारा नही मिल जाता है तब तक आने वाली परेशानियों का मुकाबला तो करना ही पड़ेगा।गंदगी से फैलने वाली बीमारियों से बचने के लिए प्रत्येक घर मे जितने भी सदस्य है उन सभी लोगों को दवाई का इस्तेमाल करना पड़ रहा है।जिससे मलेरिया या कोई अन्य बीमारी न बन सके। नगर पालिका प्रशासन ने अब तक ऐसे जमा पानी में दवाईयो का भी छिड़काव नहीं कराया।जिससे की पानी में पैदा होने वाले कीड़े पैदा न हो सके।इसके अलावा मच्छर रोधी दवाओं का भी शहर में छिड़काव नहीं हो रहा है।