यूपी के रायबरेली के डलमऊ में स्थित मठ में साधु संतों से दीक्षा लेने के लिए जम्मू कश्मीर का रहने वाला दूसरे समुदाय का युवक पहुंच गया। युवक की आईडी मांगने पर पता चला कि वह दूसरे समुदाय का है। वह जम्मू कश्मीर का रहने वाला है। मठ के प्रभारी ने पुलिस को सूचना दी। इसी बीच युवक चकमा देकर फरार हो गया। मठ के प्रभारी ने कोतवाली में तहरीर देकर युवक को पकड़वाए जाने की मांग की।
डलमऊ की ऐतिहासिक धार्मिक नगरी में स्थित मठ में दीक्षा प्राप्त करने के लिए जम्मू कश्मीर का रहने वाला दूसरे समुदाय का युवक पहुंच गया। साधु के वेश में पहुंचे युवक ने मठ के प्रभारी और साधु संतों से भोजन कराए जाने का आग्रह किया। इस पर इस पर साधु संतों ने युवक की आईडी मांगी तो उसने आधार कार्ड दिखाने से मना कर दिया। बाद में साधु संतों के दबाव के चलते आईडी के तौर पर युवक ने अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिखाया तो उसमें उसका पता जम्मू कश्मीर का लिखा था और वह भी दूसरे समुदाय का रहने वाला था।
युवक की आईडी देखकर मठ के प्रभारी और साधु संत दंग रह गए। बड़े मठ के प्रभारी सुनील शास्त्री ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी। इसके पहले कि पुलिस पहुंचती साधु के वेश में युवक चकमा देकर फरार हो गया। कोतवाली प्रभारी पंकज सोनकर ने बताया बड़े मठ के प्रभारी ने सूचना दी थी कि जम्मू कश्मीर का रहने वाला एक युवक उनके मठ पर आया था। उसके ड्राइविंग लाइसेंस की आईडी पर जम्मू कश्मीर का पता लिखा था।युवक का पता लगाया जा रहा है।