सोनभद्र, संवाददाता। जिले में रविवार की सुबह और रात में हुई अच्छी बारिश से
सोनभद्र, संवाददाता। जिले में रविवार की सुबह और रात में हुई अच्छी बारिश से रात करीब 12.30 बजे धंधरौल बांध के सभी 22 फाटक खोल दिए गए। करीब छह साल बाद बांध के पूरा भरने पर 12 हजार क्यूसेक पानी निकाला जा रहा था। सोमवार की सुबह करीब 11:30 बजे जल स्तर मेंटेन होने के बाद सभी फाटक को बंद कर दिया गया। 11 घंटे तक बांध के फाटक को खोलकर पानी निकाला गया।
करीब 110 साल पुराने धंधरौल बांध का उच्चतम जलस्तर 317.90 मीटर है, लेकिन रविवार को दिन और रात में हुई तेज बारिश से बांध का जलस्तर 317.72 मीटर तक पहुंच गया। जबकि नगवां बांध पहले से ही भरा हुआ है। जिले व बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र में तेज बारिश के चलते नगवां बांध में लगातार पानी आ रहा है। इसको देखते हुए बांध से पांच हजार क्यूसेक पानी धंधरौल बांध में छोड़ा जा रहा था। इसके चलते धंधरौल बांध के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही थी। जिसके बाद बांध की सुरक्षा को देखते हुए रविवार की रात करीब 12.30 बजे बांध के सभी 22 फाटक खोल दिए गए। जिसके बाद करीब 12 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाने लगा। जिसके चलते घाघरा नदी और नहर में जलस्तर बढ़ गया। जिससे तटवर्ती इलाकों में बाढ़ की स्थिति आने के संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से अलर्ट घोषित कर दिया गया। हालांकि सोमवार की सुबह साढ़े 11 बजे बांध का जलस्तर 317.51 मीटर होने के बाद सभी फाटक बंद कर दिए गए। लेकिन उसके बाद भी घाघरा नदी और नहर का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में जिला प्रशासन के तरफ से अलर्ट घोषित किया गया है। धंधरौल बांध के जेई राजीव प्रसाद ने बताया कि बांध की सुरक्षा को देखते हुए फाटक को खोल दिया गया था। लेकिन बारिश खुलने के चलते जल स्तर मेंटेन हो जाने के बाद सुबह 11.30 बजे सभी फाटक बंद कर दिए गए। अगर बारिश होने के बाद पानी का दबाव बढ़ेगा तो फाटक को फिर से खोला जाएगा। जिले में पिछले दो दिनों से हो रही अच्छी बारिश के चलते बांधों के जल स्तर में एक बार फिर से तेजी देखी जा रही है। पिपरी स्थित रिहंद बांध का जलस्तर सोमवार की सुबह 868.3 फीट पर पहुंच गया है। बांध के कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक बांध पर बने 6 टरबाइनों में से चार टरबाइन को चलाकर 150 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। चार टरबाइन में से दो को फुल लोड पर और दो को हाफ लोड पर चलाकर बिजली उत्पादन किया जा रहा है। रविवार को बांध का जलस्तर 867.7 फीट पर पहुंच गया था। रविवार को हुई बारिश के बाद बांध का जलस्तर बढ़ रहा है, जो सोमवार की सुबह तक 868.3 फिट पर पहुंच गया है। बांध प्रशासन के मुताबिक अभी बांध के कैचमेंट एरिया पर नजर रखी जा रही है। यदि बांध में पानी तेजी से बढ़ेगा तभी बांध के फाटक खोले जाएंगे, अभी फिलहाल बांध के फाटक नहीं खोले जाएंगे।