यूपी के बरेली में ईद मिलादुन्नबी के मौके पर शनिवार शाम को पुराने रास्तों से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकालने का एक समुदाय ने विरोध कर दिया। इसको लेकर दूसरे समुदाय में नाराजगी फैल गई। पुलिस-प्रशासनिक अफसरों के साथ बैठक कर जोगीनवादा के नए रास्ते से जुलूस निकालने पर सहमति बनी तो इसकी जानकारी मिलते ही वहां भी स्थानीय लोगों ने विरोध कर दिया। जोगीनवादा के स्थानीय लोगों का कहना है कि जब उनकी कांवड़ यात्रा इस रास्ते से नहीं निकालने दी गई तो वह भी जुलूस नहीं निकलने देंगे। पुलिस प्रशासन दोनों पक्षों को समझाकर हालात सामान्य करने में जुटी है।
ईद मिलादुन्नबी के मौके पर रविवार शाम को बरेली में करीब 120 अंजुमनों का जुलूस-ए-मोहम्मदी निकलना था। दोपहर में अधिकारियों को पता चला कि जिस रास्ते से हर साल जुलूस निकलता है, वहां के लोगों ने इसका विरोध कर दिया है। काफी समझाने पर भी जब स्थानीय लोग नहीं मिले तो पुलिस-प्रशासन के अफसरों ने अंजुमनों के प्रमुखों के साथ बैठक कर नए रास्ते पर बात की। लंबी बातचीत के बाद जोगीनवादा के मौर्य गली से अंजुमन निकालने पर सहमति बनी। इस बात की जानकारी मिलते ही मौर्य गली के लोग सड़क पर उतर आए।
उनका कहना था कि पिछले साल जब उन्हें इस रास्ते से कांवड़ यात्रा नहीं निकालने दी तो वह भी यहां से जुलूस-ए-मोहम्मदी नहीं निकलने देंगे। मौके पर दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए। सूचना पर वहां बड़ी तादाद में पुलिस फोर्स पहुंच गई। पुलिस और प्रशासनिक अफसर दोनों पक्षों को समझाने में जुट गए। हालात सामान्य करने की कोशिश की जा रही है। वहीं अन्य तय रास्तों से विभिन्न अंजुमन जुलूस निकालने की तैयारी में हैं।