नई दिल्ली: इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के चर्चित टीवी शो आप की अदालत में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने खुलकर सवालों का जवाब दिया। जब मदनी से पूछा गया कि योगी सरकार की तरफ से माफिया सरगनाओं के खिलाफ चलाए गए अभियान के बाद क्या यूपी में कानून-व्यवस्था में सुधार हुआ है, इस पर मौलाना ने कहा, ‘लॉ एंड ऑर्डर को सख्ती से ठीक रखना चाहिए लेकिन एक्शन लेने की एक सीमा होनी चाहिए। उस सीमा को अगर लांघा जाएगा, ये उचित नहीं होगा।
किसी ने जुर्म किया तो उसकी सजा उसके बूढे मां-बाप को न मिलेः मदनी
यूपी में कानून व्यवस्था से जुड़े सवाल पर जवाब देते हुए मदनी ने कहा कि कानून का पालन कराना सबके लिए बराबर एक जैसा होना चाहिए। गलत तरीके से नहीं। माफिया के खिलाफ एक्शन लेने पर मुझे कोई आपत्ति नही हैं। मेरी आपत्ति सीमा लांघने को लेकर है। अगर किसी ने जुर्म किया तो उसकी सजा उसके बूढे मां-बाप को नहीं मिलनी चाहिए। मदनी का संकेत यूपी में मुसलमानों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन को लेकर था।
उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड के दावे पर कही ये बात
उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड के इस दावे पर कि आगरा का ऐतिहासिक ताजमहल वक्फ की संपत्ति है, मौलाना मदनी ने कहा कि अगर वो वक्फ बोर्ड की जमीन है तो वक्फ बोर्ड की है। लेकिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के कंट्रोल में दोनों तरफ से दखल है। ऐसी बहुत सारी प्रॉपर्टीज़ हैं जिन पर दोनों तरफ से दखल है। हम ओपन माइंड होकर सोचें कि ये जमीन किसके पास जा रही है। ऐसा तो नहीं कि चीन या नेपाल के पास जा रही है, या उस मुल्क के पास जिसका नाम मैं यहां नहीं लेना चाहता।
एक खास किस्म का माहौल बनाया जा रहा है कि हम कुछ और हैं और किसी दूसरी दुनिया से आए हैं। भारत के मुसलमानों को ऑप्शंस दिया गया था, इनमें से हमने भारत को चुना, हमारे लिए भारतीय मुस्लिम के लिए भारत से बेहतर कोई और जगह नहीं है।
हलाल सर्टिफिकेशन पर भी बोले मदनी
हलाल सर्टिफिकेशन के बारे में उन्होंने कहा कि यूपी एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स)ने उनसे पूछताछ की थी। उन्होंने कहा,’मुझसे दो दिन तक, फिर और दो दिन तक पूछताछ की गई। मुझे भी सुप्रीम कोर्ट से छूट मिली थी, लेकिन मैं पूछताछ के लिए गया।