अखिलेश यादव के बयान को लेकर साधु-संत समाज के बाद अब भाजपा कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोल दिया है। पूरे प्रदेश में अखिलेश के माफिया-मठाधीश वाले बयान पर हंगामा मचा है।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के माफिया-मठाधीश में अंतर वाले बयान को लेकर पूरे प्रदेश में हंगामा मचा है। लखनऊ, मुरादाबाद, कानपुर समेत कई शहरों में अखिलेश के खिलाफ नारेबाजी हो रही है। भाजपा कार्यकर्ता जगह-जगह उनका पुतला बनाकर जला रहे हैं। इतना ही नहीं पूर्व सीएम के पोस्टर पर जूते-चप्पल भी फेंके जा रहे हैं। कानपुर में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव के बयान को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा दक्षिण जिलाध्यक्ष अंकित गुप्त के नेतृत्व में युवाओं की टीम यशोदानगर चौराहे पर दोपहर एक बजे एकत्र हुई। अखिलेश यादव शर्म करो, शर्म करो के नारों के बीच उनका पुतला और पार्टी के झंडे को फूंक दिया।
आरोप लगाया कि अखिलेश सिंह यादव संत और साधुओं का निरंतर अपमान करते आ रहे हैं। महोबा में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां अखिलेश के बयान को लेकर भाजपाई आग बबूला हो गए है। आल्हा चौक पर भाजयुमो ने विरोध प्रदर्शन कर पुतला फूंका। युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष संदीप तिवारी ने कहा कि इस प्रकार के बयान पूरे देश के संतों का अपमान है।
मुस्लिम समुदाय को खुश करने के लिए ऐसे बयान देते हैं अखिलेश
मुरादाबाद में भारतीय जानता युवा मोर्चा द्वारा अभिषेक चौबे के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का पुतला लाइनपार के प्रकाश नगर चौराहे पर फूंका गया। अखिलेश यादव ने सनातन धर्म का अपमान करते हुए मठाधीशों की तुलना माफिया से की। अखिलेश यादव ऐसे बयान सिर्फ़ मुस्लिम समुदाय के वोट बैंक को खुश करने के लिए देते हैं। जिससे कि प्रदेश का माहौल ख़राब हो सके। अभिषेक चौबे ने चेतावनी दी कि अगर हिम्मत है तो मौलानाओं के विषय में ऐसी टिप्पणी करके दिखाएं। उन्होंने कहा कि जब-जब विपक्ष अपनी बीमार मानसिकता दिखाते हुए सनातन धर्म का अपमान करेगा तब-तब भारतीय जानता पार्टी और युवा मोर्चा कार्यकर्ता सड़क से लेकर संसद तक सनातन धर्म के स्वाभिमान के लिए लड़ाई लड़ने का काम करेंगे।
अखिलेश ने क्या दिया था बयान
दो दिन पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बगैर तंज कसते हुए कहा था कि मठाधीश व माफिया में ज्यादा फर्क नहीं है। जो कमजोर होते हैं, वह ज्यादा गुस्सा दिखाते हैं। यह सरकार लूट के साथ डर दिखाकर एनकाउंटर कर रही है। सुल्तानपुर में मंगेश यादव की फर्जी मुठभेड़ कर हत्या कर दी गई। रात में एसटीएफ उसे घर से उठा ले गई। एनकांउटर को लेकर झूठी कहानी बताई जा रही है।
अखिलेश के बयान पर भड़के थे साधु-संत
माफिया और मठाधीश वाले अखिलेश यादव के बयान को लेकर साधु-संत समाज भड़क गया। धर्माचार्यों ने अखिलेश द्वारा दिए गए बयान पर की भर्त्सना की। धर्माचार्यों ने अखिलेश पर आरोप मढ़ा कि मुख्तार-अतीक को गोद में बिठाने वाले मठाधीश- माफिया का अंतर और मठ-मंदिर की मर्यादा क्या जानेंगे। संतों ने कहा कि मानसिक संतुलन खो बैठे अखिलेश को ईश्वर सद्बुद्धि प्रदान करें।