यूपी के कुशीनगर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक बालिग बेटी का शव ठिकाने लगाने का प्रयास करते एक पिता और उसके सहयोगी को ग्रामीणों ने देख लिया। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को के दी। जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। कप्तानगंज सीएचसी के डॉक्टर की पुष्टि के बाद किशोरी का शव व पिता समेत दो को रामकोला पुलिस ने नेबुआ नौरंगिया पुलिस को सौंप दिया है।
ये घटना नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र का है। मठिया आलम का रहने वाला सुनील विश्वकर्मा अपनी 18 साल की बेटी सरस्वती का शव बाइक पर लेकर जा रहे थे जैसे ही वह रामकोला थाने के गांव चिलवान में सड़क के पश्चिम तरफ जंगल और नदी के तरफ जाने वाले मार्ग पर आगे बढ़े थे कि गांव के किसी उन्हें देख लिया और इसकी सूचना पुलिस को दे दी। मंगलवार की देर रात पुलिस ने दौड़ाकर सुनील और उसके सहयोगी को पकड़ लिया।
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पुलिस दोनों लोगों के साथ युवती के शव को लेकर कप्तानगंज सीएचसी गई। जहां डॉक्टर ने किशोरी मृत घोषित कर दिया। इसके काफी देर बाद शव के साथ पिता समेत दोनों को रामकोला थाने लाया गया। रामकोला एसएचओ आनन्द कुमार गुप्ता ने बताया कि मामला नेबुआ नौरंगिया का था वहां के पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है। सभी कार्रवाई वहीं से होगी। नेबुआ नौरंगिया के एसएचओ हर्षवर्धन सिंह ने बताया कि युवती के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। वहीं बाइक व दोनों आरोपी थाने में बैठाए गए हैं। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।