यूपी में सरकारी अधिकारी रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं। नया मामला सहारनपुर मंडल से सामने आया है। जहां देवबंद और मुजफ्फरनगर में घूस लेते सरकारी अफसर रंगे हाथों पकड़े गए। पहला केस देवबंद का है। चकबंदी सीओ को विजिलेंस टीम की मेरठ यूनिट ने 50 हजार रुपये लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने किसान से जमीन संबंधी मुकदमे में फैसला पक्ष में कराने के नाम पर रिश्वत मांगी थी।
एसपी विजिलेंस मेरठ सेक्टर इंदू सिद्धार्थ ने बताया कि उनकी टीम को सूचना प्राप्त हुई थी। बंहेडा निवासी किसान ने बताया कि सीओ देवबंद चकबंदी धर्मदेव की कोर्ट में उसकी जमीन संबंधी मुकदमा चल रहा है। इसमे सीओ चकबंदी ने शिकायतकर्ता के हक में फैसला करने के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। किसान ने उसकी शिकायत विजिलेंस मेरठ से की थी। एसपी विजिलेंस ने बताया कि टीम ने बुधवार को कार्रवाई की। इसमे चकबंदी अधिकारी धर्मदेव को रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।
मुजफ्फरनगर में 10 हजार की रिश्वत लेते हुए पकडा गया लेखपाल
दूसरा मामला मुजफ्फरनगर का है। बुधवार को सहारनपुर एंटी करप्शन की टीम ने सदर तहसील से लेखपाल पंकज कुमार को दस हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। टीम ने लेखपाल को कक्ष संख्या 29 से पकड़ा है। लेखपाल के पकड़े जाने पर तहसील में हड़कम्प मच गया। एंटी करप्शन की टीम ने लेखपाल को थाना सिविल लाइन पुलिस के सुपुर्द कर दिया। यहां पर लेखपाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। उधर कुछ लेखपाल थाना सिविल लाइन पहुंचे और उन्होंने लेखपाल पंकज को छुड़ाने का प्रयास किया।
चरथावल ब्लाक के गांव कसौली निवासी पूर्व प्रधान ठाकुर चन्द्रबोस ने पड़ोसी किसान पर दबंगई दिखाते हुए जमीन पर कब्जा करने की शिकायत की हुई है। इस मामले की जांच लेखपाल पंकज कुमार कर रहा था। लेखपाल ने रिपोर्ट फेवर में लगाने के लिए किसान चन्द्र बोस से 50 हजार रुपये की मांग की। किसान ने इसकी शिकायत सहारनपुर एंटी करप्शन टीम से की। एंटी करप्शन टीम के द्वारा लेखपाल को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। बुधवार को टीम सदर तहसील पहुंची। उधर योजना के तहत किसान ने लेखपाल पंकज कुमार को 10 हजार की रिश्वत दी। इस दौरान एंटी करप्शन की टीम ने लेखपाल पंकज कुमार को रंगे हाथ कमरा नंबर 29 से पकड़ लिया। बताया जाता है कि लेखपाल मूलरूप से सहारनपुर जनपद का रहने वाला है, लेकिन वह वर्तमान में अलमासपुर में रह रहा है। टीम ने लेखपाल को थाना सिविल लाइन पुलिस को सौंप दिया है। वहीं उसके खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई है।