यूपी में सुल्तानपुर एनकाउंटर को लेकर बवाल मचा हुआ है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा तो जबरदस्त वार पलटवार शुरू हो गई है। इस बीच अब अखिलेश यादव के ही इलाके मैनपुरी में हुए एक एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाए गए हैं। पुलिस ने यहां लूट के दो आरोपियों को गोली मारने के बाद गिरफ्तार किया था। इसमें एक आरोपी मैनपुरी निवासी हिस्ट्रीशीटर गौरव यादव भी था। अब गौरव के परिजनों ने आरोप लगाया कि उसे घर से पुलिस उठाकर ले गई थी। आठ दिन तक उसे अपने पास रखने के बाद गोली मारकर एनकाउंटर दिखा दिया। परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि उसे छोड़ने के एवज में 1.80 लाख रुपए भी पुलिस वसूल ले गई थी। आरोपों को लेकर गौरव की मां का वीडियो वायरल हो रहा है।
गत 4 अगस्त को फिरोजाबाद के सिरसागंज निवासी व्यापारी राकेश जैन से 7 लाख रुपये की लूट हुई थी। तीन बाइक सवारों के खिलाफ सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना का मुकदमा दर्ज हुआ। 21 अगस्त को फिरोजाबाद क्राइम ब्रांच ने बरनाहल थाना क्षेत्र के ग्राम सलुकनगर निवासी गौरव यादव पुत्र राम प्रकाश यादव और उसके दोस्त नगला खुशहाली निवासी शरीफ को उनके घरों से उठा लिया। 8 दिन क्राइम ब्रांच ने इन्हें कहां रखा, इसकी जानकारी नहीं और 29 अगस्त को नगला खंगर थाना क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ दिखाकर दोनों को जेल भेज दिया। दोनों की टांग में गोली मारी गई। पुलिस ने अपनी कहानी में कहा कि ये दोनों सिरसागंज में हुई लूट के मामले में शामिल थे।
आरोपी गौरव की मां का वीडियो वायरल
गौरव की मां मिथिलेश यादव का आरोप है कि सिरसागंज थाने के सिपाही सुनील और राहुल गांव के पास स्थित अस्पताल में आकर उनसे 1.80 लाख रुपये गौरव को छोड़ने के बदले ले गए। लेकिन उसे नहीं छोड़ा गया। बाद में उसके पैर में गोली मारकर जेल भेज दिया। इसका वीडियो वायरल हो रहा है।
भाई ने एसएसपी को दिया था प्रार्थनापत्र
गौरव के भाई शैलेंद्र ने एसएसपी फिरोजाबाद को 23 अगस्त को एक पत्र दिया था जिसमें आरोप लगाया था कि क्राइम ब्रांच फिरोजाबाद उसके भाई को घर से उठा ले गई है, जबकि भाई दिल्ली में रहता है और रक्षाबंधन को गांव आया था। जितेंद्र ने गौरव का एनकाउंटर करने की आशंका भी इस पत्र में जताई थी। यह पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
आरोपियों पर दर्ज हैं डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे
जहां तक एनकाउंटर के बाद जेल भेजे गए गौरव का सवाल है तो वह हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ विभिन्न थानों में 16 मुकदमे हैं। गौरव का एक भाई बिहार पुलिस में सिपाही है। वहीं दूसरे आरोपी शरीफ के खिलाफ भी विभिन्न स्थानों में 17 मुकदमे हैं।
एसएसपी सौरभ दीक्षित के अनुसार 4 अगस्त को सिरसाागंज में राकेश जैन से 7 लाख रुपये की लूट हुई थी। इस वारदात का खुलासा करते हुए एसओजी ने गौरव यादव और शरीफ को 29 अगस्त को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। इसमें आरोपी घायल हुए थे। गौरव, बरनाहल मैनपुरी का हिस्ट्रीशीटर है। वीडियो में पुलिस पर लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार हैं। ऐसा लगता है कि ये अपराधी के बचाव के कुत्सित प्रयास का परिणाम है।