अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के अध्यक्ष तैयब इकराम ने मंगलवार को कहा कि अगर उनके हाथ में हो तो वह भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय हॉकी कल ही बहाल कर दें क्योंकि इससे खेल मजबूत होगा। भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय हॉकी 18 साल से बंद है। एफआईएच अध्यक्ष इकराम ने पीटीआई से कहा, ‘‘द्विपक्षीय सीरीज एफआईएच के हाथ में नहीं है। यह फैसला सरकार से मशविरे के बाद महासंघ लेते हैं। एफआईएच प्रतिनिधि होने के नाते मैं उनके फैसले का सम्मान करता हूं।’’
2006 में खेली गई थी आखिरी सीरीज
पाकिस्तान में जन्मे इकराम ने कहा, ‘‘हमारे हाथ में हो तो हम कल ही भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज शुरू कर दें। यह दोनों देशों के लिये और विश्व हॉकी के लिये अच्छा है।’’ दोनों देशों के बीच पिछली द्विपक्षीय सीरीज 2006 में खेली गई थी जिसमें पाकिस्तान 3-1 से विजयी रहा था। इसके बाद दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव के कारण उनका सामना सिर्फ अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में ही होता है। इकराम का नौ नवंबर को मस्कट में होने वाली एफआईएच की 49वीं कांग्रेस में निर्विरोध अध्यक्ष चुना जाना तय है। उनका मानना है कि पाकिस्तान हॉकी को अपना गौरवशाली अतीत लौटाने के लिये वित्तीय संसाधनों की जरूरत है।
‘भारत हर लिहाज से भूमिका निभा रहा’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तानी हॉकी का स्तर गिरा है। यह सब संसाधनों के अभाव की बात है। मुझे खिलाड़ियों के लिए बुरा लगता है । वह मजबूत टीम है लेकिन मजबूत वित्तीय मॉडल के बिना आप हाई परफॉर्मेंस ढांचा खड़ा नहीं कर सकते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत मजबूत साझेदार और अहम हितधारक है। मेरा मानना है कि भारत हर लिहाज से अपनी भूमिका निभा रहा है जिसमें वैश्विक टूर्नामेंटों की मेजबानी शामिल है। हर राष्ट्रीय ओलंपिक समिति बड़े बाजार के लिए भारत और चीन को ताक रहा है लेकिन हमारा फोकस इस रिश्ते को और प्रभावी बनाने पर है।’’ इकराम ने कहा कि एफआईएच ने सात साल बाद फिर शुरू हो रही हॉकी इंडिया लीग के लिए एक विंडो रखी है। उन्होंने कहा कि यह दिसंबर के आखिरी सप्ताह से फरवरी के पहले सप्ताह के बीच की विंडो है।