रेणुकूट (अमिताभ मिश्रा)
रेणुकूट। रंगमंच व ललित कला के लिए समर्पित अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती सोनभद्र रेणुकूट इकाई ने अपना 33वां श्री कृष्ण रूप सजा महोत्सव “बाल गोकुलम” का आयोजन हिंडालको प्रेक्षागृह में आयोजित किया।प्रतियोगिता में 9 माह से ढाई वर्ष तथा ढाई से 4 वर्ष तक की आयु वर्गों में कुल 48 बच्चों ने प्रतिभाग किया।कार्यक्रम का शुभारंभ हिंडालको परिवार के मुखिया एन नागेश ने धर्मपत्नी लक्ष्मी नागेश के साथ श्री कृष्ण के प्रतिदर्श पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से किया।साथ में विशिष्ट अतिथि के रूप में मानव संसाधम प्रमुख जसबीर सिंह, एल्युमिना प्लांट हेड एन एन राय एवं प्रोजेक्ट्स हेड राजेश कपूर ने सपत्नीक माल्यार्पण व पूजन किया।पूजन में सहयोग अध्यक्ष श्री नवल किशोर, महामंत्री विपुल कुमार अग्रवाल एवं कार्यक्रम संयोजक राजेंद्र सिंह शेखावत ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्याम नारायण चौबे के द्वारा प्रस्तुत संस्था के घ्येय गीत से हुआ।संस्था का परिचय उपाध्यक्ष आनंद कुमार सिंह ने दिया।गुंजन शर्मा द्वारा प्रस्तुत बांसुरी वादन एवं श्रीमती गीता सिंह द्वारा निर्देशित नृत्य ने दर्शकों का मन मोह लिया।कार्यक्रम में नन्हे-मुन्ने बच्चे अपने माता-पिता के साथ श्री कृष्ण की रंग बिरंगी वेशभूषा के साथ मनमोहक रूप में प्रस्तुत हुए एवं प्रस्तुति देखकर प्रेक्षागृह तालियों से गूंजता रहा।निर्णायक मंडल में शामिल रितु भारद्वाज, प्रतिभा सिंह एवं सुषमा पाठक ने बच्चों के परिधान व उनकी अदाओं का कुशल मूल्यांकन करते हुए कनिष्ठ वर्ग में नक्षत्र सिंह, ध्रुव वार्ष्णेय, एवं तन्वी को क्रमशः प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान तथा वरिष्ठ वर्ग में पद्मश्री पांडे, नंदिनी एवं स्तुति ने क्रमशः प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्रदान किया।मुख्य अतिथि श्री नागेश ने अपने संबोधन में बच्चों में संस्कार को रोपित करने का अनुरोध किया एवं भविष्य में भी संस्कार भारती से ऐसे प्रेरणादाई कार्यक्रमों की अपेक्षा की और शुभकामनाए दीं। कार्यक्रम में गीता मौर्य द्वारा निर्देशित नृत्य को लोगों ने काफी सराहा।कार्यक्रम के अंत में हिण्डाल्को प्रबंधन मंडल एवं संस्था द्वारा सभी बच्चों को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का सफल संचालन शिप्रा उपाध्याय एवं अश्विनी मिश्रा ने किया।कार्यक्रम को सफल बनाने में हरिशंकर दुबे, मनीष महेश्वरी, विवेक अग्रवाल, भुवन जोशी, संजय कुंडिया, शेषनाथ मालवीय, जितेंद्र उपाध्याय एवं शिव शंकर आदि सदस्यों ने सराहनीय योगदान दिया। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन एवं वंदे मातरम गीत के साथ किया गया।