खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने हाल में खत्म हुए पेरिस पैरालंपिक खेलों में मेडल जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों के लिए मंगलवार को नकद पुरस्कार की घोषणा की, जिसमें गोल्ड मेडल विजेताओं को 75 लाख, सिल्वर मेडल विजेताओं को 50 लाख और ब्रोन्ज मेडल विजेताओं को 30 लाख रुपये दिए जाएंगे। तीरंदाज शीतल देवी की तरह मिक्स्ड टीम इवेंट्स में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को 22.5 लाख रुपये मिलेंगे। मेडलिस्ट को सम्मानित करने के लिए आयोजित भव्य समारोह में खेल मंत्री ने यह घोषणा की।
मांडविया ने 2028 लॉस एंजिल्स पैरालंपिक में अधिक मेडल जीतने के लिए पैरा खिलाड़ियों को पूरा सपोर्ट और सुविधाएं देने का भी वादा किया। उन्होंने कहा, ‘देश पैरालंपिक और पैरा खेलों में आगे बढ़ रहा है। 2016 में 4 मेडल से, भारत ने टोक्यो में 19 मेडल, पेरिस में 29 मेडल जीते और 18वें स्थान पर रहा।’ मांडविया ने कहा, ‘हम अपने सभी पैरा खिलाड़ियों को सभी सुविधाएं देंगे ताकि हम 2028 लॉस एंजिल्स पैरालंपिक में और अधिक मेडल और गोल्ड मेडल जीत सकें।’
भारत ने पेरिस पैरालंपिक में अपने ऐतिहासिक अभियान का अंत 29 मेडल के साथ किया जिसमें सात गोल्ड, नौ सिल्वर और 13 ब्रोन्ज मेडल शामिल हैं जो टूर्नामेंट के इतिहास में देश का बेस्ट प्रदर्शन है। भारत ने अपने शानदार प्रदर्शन के साथ पैरालंपिक खेलों के इतिहास में 50 पदकों का आंकड़ा भी पार कर लिया। पैरालंपिक मेडलिस्ट का मंगलवार को यहां स्वदेश वापस लौटने पर सैकड़ों फैन्स ने फूल-मालाएं पहनाकर और मिठाइयां खिलाकर जोरदार स्वागत किया।
भारत की ओर से नवदीप सिंह, प्रवीण कुमार, धरमवीर, हरिंदर सिंह, सुमित अंतिल, नीतेश कुमार, अवनी लेखरा ने गोल्ड मेडल जीते। भारतीय पैरा एथलीट्स ने दमदार प्रदर्शन किया और पूरे देश में उनके मेडल का जश्न मनाया गया। मेंस क्लब थ्रो 51 में तो भारत ने दो मेडल जीते, धरमवीर ने गोल्ड पर कब्जा जमाया, जबकि प्रणव सूरमा ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया।