म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
– महापुरुषों के खुद की सुविधाओ का त्याग कर समाज के लिए किया काम
– दक्षिणांचल की खुशहाली में प्रेम भाई का अहम योगदान
म्योरपुर। ब्लॉक की गोविंदपुर स्थित सामाजिक संस्थान बनवासी सेवा आश्रम में मंगलवार को राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता आंदोलन के पुरोधा भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत, कर्मयोगी प्रेम भाई और खादी ग्रामोद्योग के शिल्पी स्वतंत्रा सेनानी धीरेंद्र मजूमदार के जन्म दिवस पर उनके विचारों को आत्मसात करने और समाज के आखिरी व्यक्ति के उत्थान का संकल्प के साथ सर्वधर्म प्रार्थना तथा विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।इस मौके पर अध्यक्षता करते हुए आश्रम के अध्यक्ष अजय शेखर ने कहा कि तीनो महापुरुषों का आश्रम को स्थापित करने और दिशा देने में अहम योगदान रहा है।
उन्होंने कहा कि समाज का निर्माण और उत्थान महापुरुषों के त्याग से बनाता है।तीनो ने अपना जीवन समाज के लिए त्याग दिया।उन्हे समाज में उस दौर की दयनीय स्थिति को सुधारने का काम किया।डा विभा प्रेम, सर्वजीत सिंह, देवनाथ सिंह आदि ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि समाज के तीनो महापुरुषों ने समाज के लिए कार्य किया और खुद के सुखों का त्याग किया। कहा प्रेम भाई ने इस क्षेत्र के गरीबी, सुखा, शिक्षा, पानी, पर्यावरण सरंक्षण के जरिए लोगों की सेवा की।जिससे क्षेत्र में परिवर्तन आया।इसके पूर्व पंत के मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की हुई।विमल भाई ने धन्यवाद ज्ञापित किया जबकि संचालन शिव शरण सिंह ने किया।कार्यक्रम में शुभा प्रेम, लालबहादुर, इंदुबाला, माया सिंह, नीरा बहन, सुरेश, विजय कनौजिया, प्रमोद शर्मा, पूजा, नेहा, मोती लाल, बृजेश सरोज, आदि मौजूद रहे।