ढाई लाख के इनामी राघवेंद्र यादव के गोरखपुर में होने की सूचना से हड़कम्प मच गया है। रिटायर्ड दरोगा के पीड़ित परिवार ने एसएसपी से शिकायत कर सुरक्षा की मांग की है। परिवार ने बताया है कि राघवेन्द्र पिछले कई दिनों से जिले में घूम रहा है और हत्या के आरोप में जमानत पर बाहर आ चुके लोगों से मिल रहा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि पीड़ित परिवार को सुरक्षा दी गई है। जांच में राघवेंद्र के जिले में होने की कोई जानकारी नहीं मिल रही है।
यूपी के टॉप टेन इनामी बदमाशों की सूची में शामिल झंगहा के सुगहा का रहने वाले राघवेंद्र को पुलिस वर्ष 2016 से तलाश रही है। राघवेंद्र ने छह जनवरी 2016 को पुरानी रंजिश में सेवानिवृत्त दारोगा के छोटे भाई बलवंत और बेटे कौशल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस उसे पकड़ने में अब तक असफल रही। फरारी के दौरान ही 10 अप्रैल वर्ष 2018 में वह दोबारा क्षेत्र में पहुंचा और गजाईकोल पुलिस के पास मुकदमे की सुनवाई कर लौट रहे रिटायर्ड दरोगा और उनके पुत्र नागेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गया।
पुलिस का दावा है कि वर्ष 2019 में उसका लोकेशन कोलकाता में मिली था। घेराबंदी कर पकड़ने की कोशिश की गई लेकिन वह भाग निकला। रिटायर्ड दरोगा के परिवार के राममिलन का कहना है कि राघवेंद्र इस समय गोरखपुर आ जा रहा है। कुछ दिन पहले आरोपित पक्ष के एक युवक ने गांव के एक युवक के माध्यम से मिलने के लिए दबाव बना रहा था। राममिलन ने अफसरों को बताया कि गांव के लोगों से पता चला है कि राघवेंद्र लगातार जेल से छूटे लोगों के संपर्क में है।
क्या बोली पुलिस
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने कहा कि पीड़ित परिवार ने राघवेन्द्र के जिले में घूमने शिकायत की है। आरोपों की जांच की जा रही है। पूरे परिवार को पहले से सुरक्षा मुहैया करायी गई है। थानेदार को भी सुरक्षा के लिए निर्देशित किया गया है।