यूपी के गोंडा के सिविल लाइन इलाके में मौजूद जिले में बहुचर्चित भूमि घोटाले के मुख्य आरोपी बृजेश अवस्थी के घर पर शनिवार को बुलडोजर गरजा। सिटी मजिस्ट्रेट विजय शर्मा, एसडीएम अवनीश त्रिपाठी व नायब तहसीलदार एवं पीडब्ल्यूडी के एई संजय सिंह,पालिका के ईओ संजय मिश्रा की मौजूदगी में यहां करीब तीन घंटे तक कार्रवाई चली। जिसमें भूमि तल को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। वहीं बाकी हिस्से को जमींदोज करने के लिए मांगी गई पोकलैंड रविवार को आएगी। अभियान जारी रहेगा।
सुबह करीब साढ़े दस बजे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भारी पुलिस फोर्स जैसे ही यहां कचहरी रेलवे स्टेशन के निकट सदरुद्दीन चौराहे पहुंचने पर आसपास के लोगों में खलबली मच गई। अधिकारियों के साथ यहां राजस्व टीम लेखपाल पवन सिंह के साथ पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता अभिषेक सिंह एवं शिवाकांत दूबे, पालिका के गुरुशरण पांडेय समेत अन्य अधिकारी पहुंचकर पैमाइश की और नजूल हिस्से में बने मुख्य आरोपी के घर को अतिक्रमित बताते हुए कार्रवाई शुरु कर दी। इसके अलावा रेलवे बाउंड्री से सटे दो दर्जन आवासों को अतिक्रमण के दायरे में बताया गया। इन सभी घरों की बिजली कनेक्शन काट दिए और बिजली मीटरों को भी उखाड़ लिया गया।
इस दौरान आरोपी की भतीजी व अन्यसदस्यों को जरुरी सामानों को बाहर निकलवाने में महिला पुलिसकर्मियों को मदद में लगाया। इसके बाद एक पूर्वी छोर पर पालिका की जेसीबी, दूसरी छोर पीडब्ल्यूडी की जेसीबी ने संभाली। सिटी मजिस्ट्रेट विजय शर्मा ने बताया कि बाउंड़ी से सटे सभी आवासों को जमींदोज किया जाएगा, फिलहाल मुख्य आरोपी के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई कराई गई। करीब तीन घंटे तक दोनो जेसीबी से गिराने के बाद जमींदोज के लिए पोकलैंड मांगी गई। अधिकारियों के प्रयास के बाद तत्काल व्यवस्था नहीं हो पाने से अभियान को उसी हालातों में रोक देना पड़ा।
भतीजी ने प्रशासन पर लगाया मनमानी के आरोप
भूमि घोटाले के आरोपी के घर पर बुलडोजर कार्रवाई को उसकी भतीजी चांदनी शुक्ला ने प्रशासन पर मनमानी करने के आरोप मढ़े। उसने बताया कि पूर्व में ही इस भूमि पर बने घर का सिविल सूट मामला न्यायालय में चल रहा है। इसके बावजूद अधिकारी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है। यहां तक न्यायालय की ओर से कहा गया है कि यदि अपराध सिद्ध भी हो जाता है कि उसके घर को नहीं गिराया जा सकता है।