घोरावल, हिन्दुस्तान संवाद। घोरावल कोतवाली क्षेत्र के विसुंधरी कंपोजिट विद्यालय में शुक्रवार को कक्षा दो की छात्रा विद्यालय बंद होने के डेढ़ घंटे तक कमरें में बंद रही। कक्षा व मेन गेट पर भी ताला लगाकर शिक्षक और कर्मचारी चले गए। छात्रा के रोने और चिल्लाने पर ग्रामीणों ने ताला तोड़कर छात्रा को कमरे से बाहर निकाला। इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है। बताया गया कि कंपोजिट विद्यालय विसुंधरी में साधना (11) पुत्री जन्मेजय यादव कक्षा दो में पढ़ती है। शुक्रवार को विद्यालय की छुट्टी होने के बाद सभी छात्र-छात्राएं अपने घर चले गए। इसके बाद विद्यालय के स्टाफ ने कमरों को चेक नही किया और बाहर से कमरो में ताला लगा दिया। बताया गया कि बच्ची सो गई थी। विद्यालय की छुट्टी होने के बाद एक घंटा बीतने के बावजूद जब साधना घर नहीं पहुंची तो परिजन परेशान हो उठे और उसकी तलाश करने लगे। उधर विद्यालय के अंदर कमरे में अकेले बंद साधना रोने चिल्लाने लगी। विद्यालय के अंदर से बच्ची के रोने बिलखने और चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण विद्यालय के बाहर एकत्रित हो गए। इसके बाद ग्रामीणों ने पहले में गेट का ताला तोड़ा और उसके बाद कक्षा दो के कमरे का ताला तोड़कर अंदर गए तो दिखा की साधना कमरे के अंदर रो रही थी। उसने बताया कि विद्यालय के स्टाफ कक्षा में ताला लगा कर चले गए। सूचना न होने के कारण विद्यालय का कोई स्टाफ मौके पर नहीं पहुंचा। इस दौरान करीब डेढ़ घंटे तक बच्ची बेहद डर के माहौल में विद्यालय के कमरे में बंद रही। इस घटना से परिजनों और ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। उन्होंने दोषी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि कंपोजिट विद्यालय विसुंधरी में बच्ची के कमरे में बंद होने की उनको जानकारी मिली है। इसमें विद्यालय के स्टाफ की लापरवाही रही है। इस मामले में लापरवाही जांच किया जा रहा है। दोषियों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।