पटनाः बिहार बीजेपी में नेताओं के बीच की गुटबंदी अब सार्वजनिक रूप से दिखने लगी हैं। बिहार में इसी साल एनडीए की सरकार बनने के बाद से ये परंपरा रही है कि बड़े सरकारी आयोजनों में बीजेपी के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को विशिष्ट अतिथि के तौर पर बुलाया जाता रहा है। सरकारी विज्ञापनों में भी दोनों डिप्टी सीएम का नाम प्रकाशित होता रहा है। शुक्रवार को पटना के आईजीआईएमएस अस्पताल में जो कार्यक्रम हुआ, उसमें जेपी नड्डा और सीएम नीतीश कुमार के साथ साथ दोनों डिप्टी सीएम विशिष्ट अतिथि थे।
अस्पताल के उद्घाटन में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को नहीं बुलाया गया
लेकिन भागलपुर में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा को नहीं बुलाया गया। इस कार्यक्रम को लेकर सरकार की तरफ से जो विज्ञापन छपवाया गया उसमें भी विजय सिन्हा का नाम नहीं था। कार्यक्रम वाली जगह पर बने स्टेज पर भी बैनर-पोस्टर में डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा का नाम नहीं था। इस कार्यक्रम में बिहार के सिर्फ एक डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को आमंत्रित किया गया। उनका नाम सरकारी विज्ञापन और बैनर-पोस्टर में भी छपा था।
मंत्री दिलीप जायसवाल को भी नहीं बुलाया
भागलपुर के कार्यक्रम में राज्य सरकार के दो मंत्रियों संतोष कुमार सिंह के साथ साथ जयंत राज को आमंत्रित किया गया था। उन दोनों का नाम विज्ञापनों में भी छपा था लेकिन विजय सिन्हा के साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के भूमि सुधार औऱ राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल का नाम अतिथियों की सूची में शामिल नहीं था।
दोनों डिप्टी सीएम का अलग-अलग खेमा
भागलपुर के बाद गया में भी जेपी नड्डा के साथ स्वास्थ्य विभाग के दूसरे कार्यक्रम मे भी डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का नाम स्टेज पर नहीं है। जबकि विजय सिन्हा गया पहुंच भी गए। सूत्रों के अनुसार जेपी नड्डा के कार्यक्रम के अतिथियों की सूची स्वास्थ्य विभाग ने तैयार की थी। इस विभाग के मंत्री मंगल पांडेय हैं। सूत्रों के अनुसार मंगल पांडेय और सम्राट चौधरी में इन दिनों काफी नजदीकियां हैं। दूसरी तरफ विजय सिन्हा और दिलीप जायसवाल का अलग खेमा है।
बिहार में बीजेपी नेताओं के बीच गुटबंदी खुलकर सामने आई
यहां भी विजय सिन्हा का नाम नहीं था
इससे पहले भी 29 अगस्त को राजगीर में खेल विश्वविद्यालय और खेल अकादमी के विज्ञापन में भी सिर्फ सम्राट चौधरी का नाम छपा था, विजय सिन्हा का नाम नहीं था। राजगीर के कार्यक्रम का आयोजक बिहार सरकार का खेल विभाग था। इसी तरह हाल ही में नवादा के पर्यटन स्थल ककोलत जलप्रपात के जीर्णोद्धार कार्यक्रम मे भी मुख्यमंत्री के साथ सिर्फ सम्राट चौधरी दिखे थे, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा को आमंत्रित नहीं किया गया था।
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