वाराणसी में रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगले दो साल में यूपी पुलिस में एक लाख नौजवानों की भर्ती होगी। योगी ने कहा कि यही नहीं, आने वाले दो वर्षों में दो लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी से जोड़ा जाएगा। योगी ने कहा कि आज प्रदेश में युवाओं के साथ कोई भेदभाव नहीं होता। युवाओं को निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सरकारी नौकरी से जोड़ा जा रहा है। विगत साढ़े सात वर्ष में हमने साढ़े छह लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी दी है। कल ही हमने प्रदेश में सबसे बड़ी पुलिस भर्ती प्रक्रिया की लिखित परीक्षा सकुशल संपन्न कराई, जिससे 60200 से ज्यादा युवाओं को पुलिस बल में सेवा देने का मौका मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी रविवार को वाराणसी में बड़ा लालपुर स्थित दीनदयाल हस्तकला संकुल के सभागार में भाजयुमो की प्रदेश कार्यसमिति और सदस्यता अभियान प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। इसमें 1200 पदाधिकारियों, प्रमुख कार्यकर्ताओं ने शिरकत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने युवाओं को राजनीति का ककहरा सिखाते हुए सिद्धांतों के अनुरूप मूल्यों व आदर्शों की स्थापना के लिए राजनीति को चुनने का आह्वान किया।
सिद्धांतहीन राजनीति मौत का फंदा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा और कांग्रेस देश की कीमत पर राजनीति करती हैं जबकि हम देश के लिए राजनीति को साधन मानते हैं। उनमें और हम में यही अंतर है। पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि सिद्धांतविहीन राजनीति मौत का फंदा है। मुख्यमंत्री बोले, हम सभी एक राष्ट्रवादी मिशन के लिए काम कर रहे हैं। सत्ता हमारे लिए राष्ट्र निर्माण और लोक निर्माण का साधन है। योगी आदित्यनाथ ने आगाह किया कि आने वाले दिनों में हमारे सामने कई बड़ी चुनौतियां होंगी। उनका मिलकर सामना करना होगा। जिन्होंने सामाजिक तानेबाने को छिन्न-भिन्न किया, वे आज फिर से नकाब पहनकर गुनाह करने की मुद्रा में आ गए हैं।
सपा-कांग्रेस ने महापुरुषों का किया तिरस्कार
सीएम ने सपा और कांग्रेस का नाम लेते हुए कहा कि उनके कारनामों को कौन नहीं जानता। उन्होंने बाबा साहब आम्बेडकर का सामाजिक अपमान किया। सरदार वल्लभ भाई पटेल का तिरस्कार किया। महापुरुषों को भारतरत्न न मिल पाए, इसके लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। मानों, भारतरत्न पर एक परिवार का अधिकार हो गया हो। उन्होंने कहा, सपा या कांग्रेस को जब भी मौका मिला, उन्होंने देश की कीमत पर राजनीति की है। सीएम योगी ने सपा पर कड़ा प्रहार किया। कहा कि बेहद विचित्र स्थिति है। कल तक जिन महापुरुषों के मूल्यों का उपहास उड़ाया जाता था, आज वोट के लिए उनकी आरती उतारी जा रही है। याद रखिएगा, ये वही लोग हैं जो देश के खिलाफ जहर उगलने वाले लोगों को भी प्रश्रय देने से नहीं चूकते। सपा के चेहरों को कौन नहीं जानता।
भाजयुमो कार्यकर्ताओं से मुखातिब मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मेरा हर काम-देश के नाम’ का संकल्प हर युवा में होना चाहिए। पहले देश है, फिर हम हैं। हमारा मत-मजहब संप्रदाय तभी है, जब देश सुरक्षित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, आपका उत्साह एक नई ऊर्जा का कारण बनता है। इसी सकारात्मक ऊर्जा के दम पर हम यूपी जैसे राज्य को सुशासन और प्रधानमंत्री के विजन के साथ नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में जुटे हैं। यूपी में असीमित क्षमता है, हमें उसे आगे बढ़ाने का कार्य करना होगा। हम इतनी संख्या में युवाओं को जोड़ें कि युवा मोर्चा नंबर वन दिखाई दे।
महसूस होता है यूपी का बदलाव
मुख्यमंत्री ने सात वर्ष के कार्यकाल की चर्चा करते हुए कहा कि पहले यूपी की पहचान का संकट था। आज के युवा सात वर्ष पहले और अब के यूपी में बदलाव देखते होंगे। यूपी में तब अराजकता थी। बेटियां सुरक्षित नहीं थीं, व्यापारियों की हालत खराब थी। कोई निवेश नहीं करना चाहता था। सड़क से लेकर बिजली में भेदभाव होता था। इन सात वर्षों में देश-प्रदेश ने एक नया उत्तर प्रदेश देखा है। यूपी सम्मान प्राप्त कर रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि याद करिए जब हम लोग 2017 में आए थे। तब यूपी जनसंख्या में पहले नंबर और अर्थव्यवस्था के मामले में देश में 7वें नंबर पर था। अब हम दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि यूपी देश में नंबर वन अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनेगा।
आज घर में ही मिल रही नौकरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और विदेश के बड़े निवेशक यूपी में निवेश करने आ रहे हैं। 2023 की इन्वेस्टर समिट में यूपी में 40 लाख करोड़ रुपये निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए। इसका मतलब लगभग 1.5 करोड़ नौजवानों को नौकरी। पहले नौजवान मुंबई-हैदराबाद और विदेश में जाता था। अब उसे प्रदेश में उसके जिले, उसके घर में नौकरी मिलेगी।