कोतवाली पुलिस ने शनिवार को चार साल के अपहृत बच्चे को सकुशल बचाकर परिजनों को सौंपा। साथ ही आरोपी को भी गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि वह बच्चे को भीख मांगने के लिए बेचना चाहता था। डीसीपी मनोज कुमार मीना ने बताया कि पीड़िता रुखसाना ने शुक्रवार को पुलिस को बच्चे के अपहरण की सूचना दी थी। उसने बताया कि पति के मरने के बाद वह चार बच्चों के साथ परेड ग्राउंड की फुटपाथ पर सोती है। शुक्रवार सुबह जब वह उठी तो उसका बच्चा गायब था।
बच्चे को लेकर घूमता रहा, पुलिस लगातार करती रही पीछा
पुलिस ने अपहरण की धारा में मुकदमा दर्ज किया। एसएचओ कोतवाली जतन सिंह की देखरेख में लाल किला चौकी प्रभारी एसआई सत्येंद्र की टीम ने जांच शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली तो एक व्यक्ति बच्चे के साथ जामा मस्जिद इलाके में जाता हुआ दिखाई दिया। वह बच्चे को पुरानी दिल्ली से लेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बीच में घूमता रहा। पुलिस टीम लगातार उसका पीछा कर रही थी।
भाभी की हत्या में दोषी है आरोपी
इस बीच एसआई योगेश यादव को सूचना मिली कि वह बच्चे के साथ पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास है। इस पर टीम ने उसको दबोच लिया। आरोपी की पहचान 53 वर्षीय शेखू के तौर पर हुई। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। अपनी भाभी की हत्या में सात साल की सजा पूरी करने के बाद दिल्ली रहने आ गया। वह नशा करता है और अपनी लत को पूरी करने के लिए चोरी आदि करने लगा था। जब उसने बच्चे को देखा तो चुराकर बेचने की योजना बनाई।
दिल्ली से बिहार जाने की तैयारी में था आरोपी
आरोपी बदमाश की जानकारी में कुछ गिरोह बच्चों को भीख मांगने के लिए खरीदते थे, इसलिए वह बच्चे को लेकर शनिवार को पुरानी दिल्ली से बिहार जाने की तैयारी में था। उत्तरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त एमके मीणा ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद टीम ने तुरंत घटनास्थल के आसपास के करीब 370 सीसीटीवी कैमरों की जांच की। पता चला कि जहां महिला सो रही थी वहां एक व्यक्ति घूमता दिखा था। अंधेरे के कारण कुछ भी स्पष्ट नहीं था। टीम ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से संदिग्ध की गतिविधियों पर नजर रखी।