प्रयागराज के गंगापार में सरायममरेज पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश किया है। गैंगरेप का फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला और उसके परिचित को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस को जांच में पता चला कि महिला ने गैंगरेप का फर्जी केस दर्ज कराया है। अपने जेठ को फंसाने और ससुराल की संपत्ति हड़पने के लिए परिचित के कहने पर गैंगरेप की फर्जी साजिश रची थी। बयान और मेडिकल रिपोर्ट में सच्चाई सामने आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की।
पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता करते हुए डीसीपी गंगानगर अभिषेक भारती ने बताया कि राजेन्द्र भारतीया निवासी रघूपुर, हंडिया और पुष्पा देवी निवासिनी साथर, सरायममरेज दोनों को साथर गांव के पास से गिरफ्तार किया गया है। पुष्पा के भाई ने सामूहिक दुष्कर्म का षड्यंत्र रचकर 19 अगस्त को सरायममरेज थाने में जेठ मोतीलाल पटेल व अन्य दो अज्ञात के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज कराया था। आरोप था कि पुष्पा के जेठ मोतीलाल व दो अन्य अज्ञात ने गैंगरेप किया और फिर भाग निकले।
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पुलिस ने गैंगरेप की कथित पीड़िता पुष्पा को मेडिकल के लिए अस्पताल भेजा। इसके बाद उसका बयान कराया गया। बयान और मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की बात फर्जी पाई गई तो पुष्पा से पूछताछ हुई। तब उसने बताया कि वह एक साल से मायके में रह रही थी। उसके जानने वाले राजेंद्र भारतीया ने कहा कि तुम अपने जेठ को गैंगरेप के मामले मे फंसाकर जेल भेजवा दो। फिर पति ससुराल ले जाएगा और पूरी संपत्ति पर भी तुम्हारा कब्जा हो जाएगा। इसके बाद 19 अगस्त को पुष्पा एक निर्माणाधीन विद्यालय परिसर में कराहते हुए मिली।
गांव के लोग पहुंचे तो बताया कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। डीसीपी ने बताया कि पुष्पा के भाई की तहरीर पर दर्ज गैंगरेप के मुकदमे को खत्म किया जाएगा। साथ ही पुष्पा के जेठ की तहरीर पर पुष्पा और उसके साथी राजेंद्र भारतीया के खिलाफ केस दर्ज कर विधिक कार्रवाईकीजारहीहै।