शीर्ष भारतीय निशानेबाज अवनी लेखरा शुक्रवार को पेरिस पैरालंपिक में 10 मीटर एयर राइफल एसएच1 शूटिंग इवेंट में स्वर्ण जीता है, जबकि हमवतन मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया है। महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल फाइनल में अवनि ने दमदार प्रदर्शन करते हुए पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसके साथ ही पेरिस पैरालंपिक में भारत के पदकों का खाता खुल गया है। भारत पेरिस पैरालंपिक गेम्स में दो पदक के साथ नौवें स्थान पर पहुंच गया है।
अवनि लेखरा ने पेरिस पैरालंपिक में 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 के फाइनल में 249.7 के स्कोर के साथ टोक्यो 2020 के अपने ही पैरालंपिक रिकॉर्ड 249.6 को बेहतर बनाया। वह पैरालिंपिक में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं। अवनि तीन साल पहले टोक्यो पैरालंपिक में एसएच1 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीतने के बाद देश की सबसे अधिक सुर्खियां बटोरने वाली पैरा खिलाड़ी बनी थी। उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण और 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में कांस्य पदक जीता था।
शीतल का धमाकेदार आगाज, वर्ल्ड रिकॉर्ड के करीब पहुंचकर क्वार्टरफाइनल में बनाई जगह
अवनी लेखरा शुक्रवार को पेरिस पैरालंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल फाइनल (एसएच1) के क्वालीफिकेशन में दूसरे स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाने में सफल हुई थी। पिछले एक साल से शानदार लय में चल रही हमवतन मोना अग्रवाल ने भी पांचवें स्थान पर रहते हुए आठ निशानेबाजों के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।
गत चैंपियन अवनि ने 625.8 का स्कोर किया और वह इरिना शचेतनिक से पीछे रहीं। इरिना ने 627.5 के स्कोर के साथ पैरालंपिक क्वालिफिकेशन दौर में नया रिकॉर्ड कायम किया। अपने पहले पैरालंपिक में प्रतिस्पर्धा कर रही दो बार की विश्व कप स्वर्ण पदक विजेता मोना ने 623.1 का स्कोर किया।
एसएच1 श्रेणी का नियम
निशानेबाजी में एसएच1 श्रेणी में ऐसे निशानेबाज शामिल होते हैं जिनकी बांहों, निचले धड़, पैरों की गति प्रभावित होती है या उनके हाथ या पैर में विकार होता है। कार दुर्घटना में शरीर के निचले हिस्से में गंभीर चोट के बाद से अवनि व्हीलचेयर का इस्तेमाल करती है।