डाला (गुड्डू तिवारी/राकेश अग्रहरि)
– कचरे से रिसकर कुएं में जा रहे पानी को पीकर डायरिया की चपेट में रहे ग्रामीण
डाला। बिल्ली मारकुंडी ग्राम पंचायत के बाड़ी गांव में कुएं का दूषित जल पीकर बीमार हुए दर्जनों लोगों ने कचरा लेकर खाली करने आई ट्रक को वापस भेजकर डंप हो रहे कचरे को तत्काल बंद कराने के लिए रविवार को विरोध प्रदर्शन किया।बाड़ी गांव आंगनबाड़ी केंद्र चकदहिया के समीप नाला किनारे डाला स्थित एक निजी कंपनी का कचरा डंप किया जा रहा है।ग्रामीण राजकुमार पटेल, सोनू अगरिया, संजय अगरिया आदि लोगों ने आरोप लगाया कि डंप हो रहे कचरे का केमिकल युक्त पानी रिसकर नाले के माध्यम से बस्ती किनारे बने कुएं में जा रहा है।उस कुएं का जल पीने से डायरिया का प्रकोप बढ़ रहा है।बस्ती निवासी प्रभावती, रामकिशुन, बसंती, कौशल्या, लीलावती, राजकुमार, राजकुमारी, आरती, महेश, रिंकू व बच्चों समेत 15 से अधिक लोगो को डायरिया हो गया है जिनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।जबकि एक महिला शांति उम्र 55 वर्ष पत्नी जवाहर की दो दिन पूर्व डायरिया की चपेट में आने से मौत हो गई थी।ग्रामीणों ने कहा कि कचरा क्षेत्र के पूरे वातावरण को दूषित कर रहा है जिसके कारण अनेक बीमारियां बढ़ सकती हैं।ग्रामीणों ने इसकी शिकायत समाज कल्याण राज्य मंत्री के आवास पर जाकर किया।इस संबंध में समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव सिंह गोंड़ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार तीन दिन से गांव में आकर उपचार कर रही है।कचरा डंप कर रहे संबंधित तो को स्थानीय प्रशासन द्वारा तत्काल बंद कराए जाने के लिए निर्देशित किया गया है।इस दौरान सुखनाथ, रविंद्र, बैजू, राजा, दिनेश, सुरेश, मंगल, नंदलाल आदि लोग मौजूद रहे।