सोनभद्र (विकास द्विवेदी)
सोनभद्र। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के कार्मिकों ने गुरुवार को विभिन्न समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी बद्रीनाथ सिंह को ज्ञापन सौंपा।इस दौरान राज्य कर्मचारी का दर्जा देने की मांग करते हुए प्रेरणा एप पर उपस्थिति को लेकर विरोध जताया।वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार की तरफ से अपवंचित वर्ग की छात्राएं, जो शिक्षा की मुख्य धारा से छट गई हैं।उन्हें शिक्षित कर शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की स्थापना विगत वर्ष 2004 से चला रही है।अब तक सभी कर्मचारी पूरे मनोयोग से जनपद के सभी नौ विद्यालयों की छात्राओं की शिक्षा व सुरक्षा के प्रति अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन बखूबी कर रहे हैं।कस्तूरबा विद्यालय में कार्य करने वाले कार्मिकों को अल्प मानदेय पर भी अधिक कार्य लिया जा रहा है।समय-समय पर तानाशाही फरमान जारी कर कस्तूरबा विद्यालय को प्रयोगशाला बना दिया गया है। प्रेरणा एप, खान एकेडमी, एम्बाइब आदि अतिरिक्त कार्य का बोझ लाद दिया जाता है।प्रेरणा एप की तकनीकी खामियां बहुत ज्यादा हैं।उपस्थिति देने के बावजूद कर्मचारी अनुपस्थित हो जाते हैं और मानदेय की कटौती की जाती है।इसलिए सभी विद्यालयों के कार्मिकों ने निर्णय लिया गया है कि परिषदीय विद्यालयों में जब प्रेरणा एप के माध्यम से उपस्थिति दी जाएगी तभी हम भी अपनी उपस्थिति एप के माध्यम से देंगे।सरकार की तरफ से हमारे साथ जो सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।हम उसका बहिष्कार करते हैं।हमें भी राज्यकर्मी का दर्जा प्रदान कर हमारी मांगों को सरकार स्वीकार करे।इस मौके पार्वती कुशवाहा, स्नेहलता, नीतू यादव, पूजा कुमारी, मिथिलेश मौर्या, पूनम पांडेय, स्मिता, वीणा श्रीवास्तव, आशा, रंजना यादव, सीमा आदि रहे।