बेमेतरा: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर मुस्लिम लीग के एजेंडे पर चलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कह रही है कि वह अल्पसंख्यकों के लिए एक अलग कानून बनाएगी। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिला मुख्यालय में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिन्होंने वोट बैंक की राजनीति के कारण अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया, उन्हें देश पर शासन करने का अधिकार नहीं है। बेमेतरा दुर्ग लोकसभा क्षेत्र में आता है जहां 7 मई को मतदान होगा।
‘कांग्रेस पार्टी मुस्लिम लीग के एजेंडे के साथ आगे बढ़ रही’
शाह ने कहा, ‘कांग्रेस ने कहा है कि वे अल्पसंख्यकों के लिए अलग कानून बनाएंगे। मुझे बताओ, क्या देश को ‘शरिया’ के आधार पर चलना चाहिए? क्या तीन तलाक दोबारा लागू होना चाहिए? कांग्रेस पार्टी मुस्लिम लीग के एजेंडे के साथ आगे बढ़ रही है। राहुल बाबा, न तो जनता आपको चुनेगी और न ही तीन तलाक दोबारा लागू होगा। कांग्रेस पार्टी ने अपने वोट बैंक के लालच में कश्मीर में धारा 370 को अनेक साल बरकरार रखा। आप सभी ने मोदी जी को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाया, मोदी जी ने पांच अगस्त 2019 को धारा 370 को समाप्त कर दिया और कश्मीर हमेशा के लिए भारत का हिस्सा बन गया।’
‘मोदी जी ने आतंकवाद को खत्म किया, देश की सुरक्षा की’
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ‘राम मंदिर ट्रस्ट ने राहुल बाबा को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया था, लेकिन वह इसमें शामिल नहीं हुए क्योंकि उन्हें अपने वोट-बैंक का डर है। जिन लोगों ने वोट बैंक की राजनीति के कारण प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया, उन्हें देश पर शासन करने का अधिकार नहीं है।’ मोदी सरकार की 10 वर्ष की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए शाह ने कहा कि मोदी जी ने आतंकवाद को खत्म किया और देश की सुरक्षा की। उन्होंने कहा, ‘देश में यूपीए की सरकार थी, सोनिया-मनमोहन की सरकार थी। आए दिन पाकिस्तान से आतंकवादी घुस जाते थे, बम धमाके करते थे।’
अमित शाह ने भाषण में किया भुनेश्वर साहू का जिक्र
शाह ने दुर्ग सीट से पार्टी प्रत्याशी विजय बघेल के पक्ष में वोट मांगा और कहा पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता ने कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति को हराया था। शाह ने कहा, ‘मैं यहां आया हूं तब हमारे ही एक युवा भुनेश्वर साहू जिसकी कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति ने जान ली थी उसे मैं श्रद्धांजलि देता हूं।’ पिछले साल 8 अप्रैल को बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में 2 समुदायों के स्कूली बच्चों के बीच विवाद के बाद भड़की हिंसा में 22 साल के भुनेश्वर साहू की मौत हो गई थी। साहू के पिता ईश्वर साहू पिछले विधानसभा चुनाव में साजा विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक चुने गए।
‘तुष्टिकरण की राजनीति छत्तीसगढ़ में नहीं चलेगी’
शाह ने कहा, ‘छत्तीसगढ़ की जनता ने न केवल दुर्ग में पूरे छत्तीसगढ़ में भुवनेश्वर की हत्या को बड़ी गंभीरता से लिया था। हमने ईश्वर साहू को प्रत्याशी बनाया, कोई नहीं मानता था कि रविंद्र चौबे जैसे कद्दावर नेता को वह हरा देंगे। छत्तीसगढ़ की जनता ने अपना मत दिया कि तुष्टिकरण की राजनीति छत्तीसगढ़ में नहीं चलेगी।’ नक्सल प्रभावित बस्तर (ST) निर्वाचन क्षेत्र में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनावों के पहले चरण के दौरान मतदान हुआ था तथा आज 3 सीटों कांकेर, महासमुंद और राजनांदगांव में दूसरे चरण में मतदान संपन्न हुआ। दुर्ग समेत 7 सीटों पर अब 7 मई को मतदान होगा।