चोपन (मनोज चौबे)
चोपन। आज इस दुनिया में कितनी भाग दौड़ होते हुए एकमात्र संगीत है जो मनुष्य को शांति और सुकून दे पा रहा है और उसमें भी अगर शास्त्रीय संगीत हो तो हृदय और मन दोनों को एक अलग आनंद की अनुभूति होती है और ऐसे संगीत को जीने वाले अपने जिले के नाम चीन तबला वादक डॉक्टर सर्वेश कुमार मिश्रा जिनके बारे में जितना कहा जाए उतना कम है।पंडित दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ विश्वविद्यालय द्वारा देश के 36 नाम चीन विभूतियों को सम्मान प्रदान किया गया।इन्ही 36 में अपने जिले के सुप्रसिद्ध तबला वादक सर्वेश कुमार मिश्र को 24 अप्रैल 2024 को भोपाल मध्यप्रदेश में तबला वादन के क्षेत्र में विशेष योगदान एवम समाज में शास्त्रीय संगीत के प्रचार प्रसार के हेतु Honrery doctrat (वाचस्पति सारस्वत) की मानद उपाधि प्रदान की।आपके सांगितिक शिक्षा बचपन में पिता पं उमानाथ मिश्र द्वारा तत्पश्चात बनारस घराने के सुविख्यात कलाकार पद्म भूषण स्वर्गीय पंडित सामता प्रसाद मिश्र के परंपरा में पंडित संतोष पाठक जिनसे आपकी औपचारिक शिक्षा शुरू हुई और आज तक चल रही है।आपने देश के प्रतिष्ठित मंचों पर अपना एकल तबला वादन तथा संगत तबला वादन प्रस्तुत किया है और समय समय पर आप अपने शोध पत्रों एवं लेखन के साथ संगीत के कपोज़ीशन के लिए भी जाने जाते हैं।