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UPSC NDA and CDS Exams Analysis: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की ओर से 21 अप्रैल को NDA और CDS की परीक्षा आयोजित की गई थी। इस भर्ती परीक्षा के माध्यम से रक्षा बलों में 857 पदों को भरा जाएगा। जिसमें सेना के 601 पद, वायु सेना के 152 पद और नौसेना के 104 पद हैं। बता दें, इस साल परीक्षा का आयोजन दो शिफ्ट में किया गया था। पहली शिफ्ट में सुबह 10.00 बजे से दोपहर 12.30 बजे के बीच और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2.00 बजे से शाम 4.30 बजे के बीच आयोजित की गईं। शहर के सरकारी स्कूलों को इस परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र बनाया गया था। आइए जानते हैं कैसी रही परीक्षा और कौनसा सेक्शन था सबसे मुश्किल।
परीक्षा दे चुके उम्मीदवारों ने कहा कि पेपर कठिन था, एनडीए में मैथ्स के सेक्शन में कई प्रश्न थे जो लंबे थे और NCERT सिलेबस से परे थे। इसी के साथ प्रश्नों का फॉर्मेट कुछ- कुछ ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE) के जैसा लगा रहा था।
एक कोचिंग सेंटर चलाने वाले कुणाल सिंह ने कहा, ‘जनरल एबिलिटी, इंग्लिश और साइंस सेक्शन भी पिछले वर्षों की तुलना में कठिन थे। ज्योग्राफी और इतिहास के प्रश्न ग्रेजुएट कोर्सेज के लेवल के थे। उन्होंने कहा, ये अब तक आयोजित सबसे कठिन एनडीए परीक्षाओं में से एक है। उन्होंने आगे बताया सीडीएस परीक्षा में भी मैथेमेटिक्स का सेक्शन लंबा था, वहीं इस पेपर में इंग्लिश और जनरल स्टडीज में 40% से अधिक अंक प्राप्त करना कठिन होगा’
जानें NDA और CDS में क्या है अंतर
– भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवार NDA और CDS परीक्षाओं में शामिल होते हैं।
– एनडीए परीक्षा के लिए वे उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने कक्षा 12वीं पास कर ली है, वहीं CDS परीक्षा के लिए वे उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी कर ली है या फाइनल ईयर में हैं।
– एनडीए ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उम्मीदवारों को सेना कैडेटों के लिए बीएससी/बीएससी (कंप्यूटर)/बीए/बीटेक, नौसेना कैडेटों के लिए बीटेक और वायु सेना कैडेटों के लिए बीटेक जैसी डिग्री दी जाती है।
– जो उम्मीदवार CDS परीक्षा में सफल होते हैं, उन्हें इंडियन मिलिट्री अकेडमी (IMA) में आर्मी कैडेट बन जाते हैं और मिलिट्री और डिफेंस मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा प्राप्त करते हैं।