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जमशेदपुर के उलीडीह खानकाह निवासी सेना से रिटायर हवलदार संजय कुमार शर्मा की पुत्री 25 वर्षीय स्वाति शर्मा ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा में 17वां स्थान हासिल किया है। स्वाति ने जमशेदपुर समेत पूरे झारखंड का नाम रौशन किया है। मूल रूप से बिहार के रोहतास जिले की रहने वाली स्वाति ने वकील बनने का लक्ष्य तय किया था, लेकिन मात्र चार साल की मेहनत ने उन्हें यूपीएससी में जगह दिला दी। इंटरव्यू के दौरान पैनल ने स्वाति से कई तरह के सवाल पूछे थे। इनमें सबसे चर्चित सवाल जामताड़ा के साइबर ठगी से संबंधित था। साथ ही चीन से भारत के रिश्ते, महिला सशक्तीकरण से संबंधित भी सवाल पूछे गए थे। पैनल ने एक सवाल ऐसा पूछा, जिसका जवाब किताबों में नहीं था। पूछा गया कि अगर एक कमरे में पंखा लगा है तो उसके गिरने की कितनी संभावना है। सारे सवालों का स्वाति ने अपनी वाकपटुता के जरिए जबाव दिया और पैनल में शामिल टीम को प्रभावित कर दिया।
जुफिशां हक ने पहली बार में लहराया परचम
पटना आईआईटी की छात्रा रहीं जुफिशां हक को पहली बार में 34वीं रैंक हासिल की है। इसने पटना से मैकेनिकल इंजीनियरिंग से एमटेक की है। ये अपनी सफलता का श्रेय परिजनों को देती हैं। एमटेक करने के बाद नौकरी की। इसके बाद यूपीएससी की परीक्षा में पहली बार में सफलता हासिल की।
शिवम को पांचवे प्रयास में मिली 19वीं रैंक
शिवम कुमार टिबरेवाल ने कहा वह समस्तीपुर के बिथान का रहनेवाला हूं। उसनेे आईआईटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। इसी दौरान उसनेे यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। यह उसका पांचवां प्रयास था, जिसमें 19वीं रैंक हासिल हुई। इससे पहले वर्ष 2023 में मुझे 309वां स्थान पर मिला था। गणित उनका विषय रहा है। वर्तमान में वह भारतीय राजस्व सेवा, नागपुर में कार्यरत हैं। उनके पिता प्रदीप टिबरेवाल पेशे से व्यवसायी व मां संतोष देवी गृहिणी हैं।