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अयोध्या के रामनवमी मेले में इस बार अधिक भीड़ का अनुमान लगाते हुए श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए पहली बार हनुमानगढ़ी के गददीनशीन महंत प्रेमदास की तरफ से चार दिवसीय दर्शन व्यवस्था के अंर्तगत समय सारणी सार्वजनिक की गई है। रामनवमी पर रामलला के दर्शन के साथ ही हनुमानगढ़ी में भी भीड़ बढ़ेगी। महंत ने बताया कि प्रकिया सोमवार से लागू हो गई है। यह 18 तक जारी रहेगी।
मंगलवार को सुबह तीन से चार बजे के बीच हनुमान जी महाराज की पूजा – अर्चना एवं श्रृंगार आरती के बाद दर्शन के लिए प्रवेश प्रारंभ हो जाएगा। इसके बाद 12 से 12:20 बजे के बीच में भोग आरती के लिए कुछ मिनट प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। यही प्रक्रिया फिर सायं 3 बजे 3 बजकर 20 मिनट के बीच फिर रात 10 से 10 बजकर 30 मिनट के बीच अपनाई जाएगी।
इसके बाद फिर 11 बजकर 30 मिनट पर शयन आरती के बाद मंदिर बंद हो जाएगा , लेकिन 17 तारीख को रामनवमी के विशेष अवसर पर अलसुबह 2:30 से 3:30 मिनट के बीच हनुमान जी पहली श्रृंगार आरती हो जाएगी। इसके बाद तत्काल दर्शन के लिए प्रवेश खोल दिया जाएगा। 11:45 से 11:20 के बीच राम जन्मोत्सव की विशेष भोग आरती होगी। इस बीच भी दर्शन बंद रहेगा। फिर दोपहर तीन से 3 बजकर 20 फिर 10 से साढ़े दस के बीच आरती होगी। इसलिए कुछ मिनट के लिए दर्शन की अनुमति नही होगी।
रात को 11:30 बजे शयन आरती के बाद मंदिर का पट बंद कर दिया जाएगा। हनुमानगढ़ी अखाड़े के प्रधान पुजारी रमेश दास बताते हैं कि भीड़ अधिक होने की वजह से आरती के समय कुछ मिनट के लिए दर्शन रोक दिया जाता है। लेकिन सामान्य दिनों में ऐसा नहीं होता है। वहीं रामलला के दर्शन का भी समय तय किया गया है। सुबह 3.30 बजे से रात 11 बजे तक रामलला के दर्शन हो सकते हैं। रामनवमी के लिए चार दिन वीआईपी पास भी कैंसिल किए गए हैं।