Navratri Main Uge Jau Ka Kya Kare: चैत्र नवरात्रों की समाप्ती 17 अप्रैल को राम नवमी के त्योहार के साथ होने जा रही है. नवरात्रों में मां जगदंबा अपने भक्तों पर आर्शीवाद बरसाती हैं और देवी मां की इसी कृपा को साक्षात देखने के लिए नवरात्रि में घर में जौ बोने की परंपरा है. नवरात्र के प्रारंभ में कलश स्थापना के साथ ही घर में जौ (जवार) भी बोए जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन जौ कर नवरात्रि खत्म होने के बाद क्या करना चाहिए. आइए जानते हैं ज्योतिष गुरू मधुप्रिया से कि नवरात्र में जौ क्यों बोए जाते हैं और नवमी के बाद इन जौ का क्या करना चाहिए.
क्यों बोए जाते हैं नवरात्र में जौ
ऐसी धार्मिक मान्यताएं हैं कि जब ब्रह्मा जी ने इस धरा की रचना की थी तब सबसे पहले जौ ही विकसित होने वाली फसल थी. जौ घर में बोने पर उसके ऊपर आने वाली हरी पत्तियां हमारे घर के धन-धान्य और समृद्धि को दर्शाते हैं. वहीं इसके उलट यदि ये जौ हरे होने के बजाए पीले पड़ जाएं तो ये अशुभ भी माने जाते हैं. नवरात्र के पहले दिन मां के सामने ये जौ बोए जाते हैं और मां 9 दिनों तक अपना आर्शीवाद परिवार पर बरसाती हैं.
नवरात्रि का समापन हवन के साथ होता है.
नवरात्र में बोए हुए जौ का क्या करें
9 दिनों में हम मां के 9 रूपों की पूजा करते हैं. ऐसे में ज्योतिष गुरू मधुप्रिया बताती हैं कि नवमी की पूजा होने के बाद और कन्या पूजन करने के बाद, महानवमी या दसवीं को हवन करते हैं. हवन के साथ नवरात्र की पूजा संपन्न होती है.
– अब मिट्टी में बोए गए जौ को आप निकलें. इस जौ के कुछ दाने निकालकर इन्हें लाल कपड़े में बांधकर आपको अपने पर्स में या तिजोरी में रख लेने चाहिए.
– वहीं यदि आप चाहते हैं कि आपको ज्ञान की प्राप्ति हो तो इन दानों को पढ़ने वाले बच्चों की किताबों में भी रखा जा सकता है.
– यदि कोई लंबे समय से बीमार है तो जौ के इन दानों का जूस निकालकर भी ग्रहण किया जा सकता है.
– बाकी बचे जौ और जिस मिट्टी में ये जौ बोए गए थे, दोनों को दसवीं के दिन बहते हुए जल में प्रवाहित कर देना चाहिए.
– याद रखें कि यदि आपने जौ घर में बोए हैं तो इन्हें हरा ही रहते हुए आप जल में प्रवाहित कर दें. इन्हें घर में रखकर सूखने नहीं देना चाहिए. ये जौ हमारे परिवार की, हमारी उन्नति को दर्शाते हैं. इसलिए इन्हें सूखने नहीं देना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : April 15, 2024, 17:20 IST