हाइलाइट्स
ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है.
इस समस्या को नॉक्टुरिया यूरीनरी फ्रिक्वेंसी के नाम से भी जाना जाता है.
Frequently Urination At Night Reasons: रात में एक बार से अधिक पेशाब करने के लिए उठना दरअसल मेडिकल भाषा में नॉक्टुरिया(Nocturia) की स्थिति कहा जाता है. इसे नॉक्टुरिया यूरीनरी फ्रिक्वेंसी के नाम से भी जाना जाता है. आमतौर पर यह समस्या 60 की उम्र के बाद लोगों में देखने को मिलती है. लेकिन कई बार अन्य समस्याओं में भी यह लक्षण लोगों को परेशान करने लगती है. इसके कई अलग अलग कारण हो सकते हैं. बता दें कि रात के वक्त एक बार पेशाब के लिए उठना नॉर्मल बात है, लेकिन अगर आप बार बार इसके लिए उठ रहे हैं तो यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है. आइए जानते हैं.
क्लेवलैंड क्लीनिक के मुताबिक, दरअसल जब आप दिन के वक्त कई बार टॉयलेट जाते हैं तो यह बड़ी परेशानी नहीं होती, लेकिन अगर आप रात में सोने के बाद बार बार उठ रहे हैं और सुबह उठने से पहले तक कई बार बाथरूम जाते हैं तो यह मेडिकल समस्या हो सकती है. यह स्लीप साइकिल को डिस्टर्ब करता है जिससे अन्य बीमारियों के होने का भी खतरा बढ़ जाता है.
किन बीमारियों का लक्षण है रात में बार बार पेशाब करना
ब्लडर कैपेसिटी का कम होना
मूत्राशय की क्षमता में कमी आने पर बार बार रात के वक्त पेशाब लगने की समस्या शुरू हो जाती है. कई बार ब्लेडर में सूजन आ जाने, पेशाब होने में रुकावट आदि होने से रात के वक्त बार बार ब्लडर को खाली करने के लिए चक्कर लगाना पड़ता है.
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने पर
यूटीई यानी यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होना महिलाओं में काफी कॉमन है. ऐसा आमतौर पर पब्लिक टॉयलेट के इस्तेमाल से बढ़ता है. UTI होने पर बार बार पेशाब लगने की समस्या शुरू हो जाती है. पेशाब के वक्त दर्द महसूस होना, तेज बुखार आदि लक्षण के रूप में दिखाई पड़ते हैं.
प्रोस्टेट का बढ़ना
आमतौर पर पुरुषों में यह समस्या उम्र बढ़ने के कारण होती है. इसकी वजह से आपको बार बार पेशाब लगना और वो भी रात के वक्त, काफी कॉमन होता है. ऐसा होने पर ब्लेडर से पेशाब को बार बार खाली करने के लक्षण दिखते हैं.
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मेनोपॉज की समस्या
कई बार महिलाएं जब मेनोपॉज से गुजरती हैं तो उनके शरीर में ऐस्ट्रोजन प्रोडक्शन कम हो जाता है जिसकी वजह से यूरीनरी ट्रैक्ट में बदलाव आने लगता है. इसके अलावा, यह समस्या बच्चे को जन्म देने और पेल्विस में कमजोरी के कारण भी होता है.
हार्ट डिजीज का संकेत
जब आपका हार्ट बेहतर तरीके से पंप नहीं कर पाता तो इसकी वजह से शरीर में फ्लूइड जमा होने लगते हैं खासतौर पर पैर के ज्वाइंट के आसपास इसकी वजह से होने वाला सूजन भी देखा जा सकता है. ऐसे में जब आप रात के वक्त लेटते हैं तो शरीर एक्स्ट्रा फ्लूइड ब्लडर में जाने लगता है और ये तेजी से भरने लगता है. इससे आपकी नींद खुल जाती है.
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इन बीमारियों के भी लक्षण
वेबएमडी के मुताबिक, ब्लडर ट्यूमर, प्रोस्टेट ट्यूमर, ओवर एक्टिव ट्यूमर, मोटापा, प्रेगनेंसी, डायबिटीज, लिवर फेलियर, अल्जाइमर, पारकिंसन आदि होने पर भी रात के वक्त बार बार पेशाब लगने की समस्या शुरू हो जाती है.
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FIRST PUBLISHED : April 8, 2024, 13:44 IST