ऐप पर पढ़ें
माफिया मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत की बात डॉक्टर कह रहे हैं, लेकिन इस पर कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं। अब सवाल उठाने वाले नेताओं की फेहरिस्त में असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल हो गए हैं। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि आखिर किसी की न्यायिक हिरासत में कैसे मौत हो गई? इसकी जांच तो होनी ही चाहिए। असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा,’परिवार जो भी कह रहा है, उस पर विचार करने की जरूरत है। परिवार का कहना है कि न्यायिक हिरासत में चल रहे मुख्तार अंसारी को धीमा जहर दिया गया है। यह दूसरा वाकया है। इससे पहले अतीक अहमद के साथ भी यही हुआ था, उन्हें तो खुलेआम गोलियां मार दी गई थीं। आखिर सुरक्षा बलों का क्या काम है।’
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार का काम लोगों की जान बचाना ही तो है। मैं हमेशा कहता रहा हूं कि देश के सबसे बड़े राज्य में जो हो रहा है, उस पर ध्यान देना चाहिए। यह सवाल तो उठता ही है कि जेल में कैसे मौत हुई। इससे पहले उन्होंने मुख्तार अंसारी की मौत के बाद गुरुवार की रात को ट्वीट भी किया था। तब भी उन्होंने सवाल उठाए थे। इसके अलावा मुख्तार को गाजीपुर का बेटा और भाई बताया था। ओवैसी ने लिखा था, ‘इन्ना लिल्लाही वा इन्ना इलैही राजिऊन। अल्लाह से दुआ है के वो मुख़्तार अंसारी को मग़फ़िरत फ़रमाए, उनके ख़ानदान और उनके चाहने वालों को सब्र-ए-जमील अदा करें। ग़ाज़ीपुर की अवाम ने अपने चहीते बेटे और भाई को को खो दिया।’
जय श्रीराम,मुट्ठी में है; जब कृष्णानंद की हत्या के बाद बोला था मुख्तार
इसके आगे ओवैसी ने लिखा था,’मुख़्तार साहब ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया था कि उन्हें ज़हर दिया गया था। बावजूद इसके, सरकार ने उनके इलाज पर तवज्जोह नहीं दिया। निंदनीय और अफसोसजनक।’ बता दें कि ओवैसी की मौत के बाद समाजवादी पार्टी ने भी सवाल उठाए हैं। रामगोपाल यादव ने कहा कि अंसारी की हालत खराब थी, इसके बाद भी बेटा जब मिलने गया तो परमिशन नहीं मिली। गंभीर रूप से बीमार पिता से न मिलने देने पर सवाल तो उठते हैं। उनके अलावा शिवपाल यादव ने भी मौत को लेकर कहा कि यह परिवार आजादी की लड़ाई से जुड़ा रहा है। हमारे तो रिश्ते भी अच्छे रहे हैं। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि जेल में बंद कैदी की जीवन रक्षा हो।
खुली जीप में मशीनगन लहराता मुख्तार, DSP ने किया था गिरफ्तार; इस्तीफा
यही नहीं अखिलेश यादव भी ट्वीट कर सवाल उठा चुके हैं। उनके अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य भी कह रहे हैं कि यह मौत स्वाभाविक नहीं लग रही है। कांग्रेस, बसपा, राजद समेत कई पार्टियों ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। हालांकि एक वर्ग ऐसा भी है, जो मुख्तार अंसारी की मौत पर खुश है। कृष्णानंद राय के परिवार ने मौत पर खुशी जताई और कहा कि रमजान के पवित्र महीने में न्याय हुआ है। यही नहीं परिवार के कई लोगों ने आज काशी विश्वनाथ मंदिर जाकर दर्शन भी किए।