सोशल मीडिया पर आए दिन हजारों कोई न कोई ऐसी वीडियो या इमेज वायरल होती रहती है, जो लोगों का ध्यान खींचती है। आपको पता भी है कि सोशल मीडिया पर तेजी से खबरें आजकल सर्कुलेट होती है, इस कारण फर्जी खबरें भी हजारों लोगों तक जल्दी पहुंच जाती है। ऐसे ही सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा कि हाल ही में अमेरिका के बाल्टीमोर पुल हादसे में कार नीचे नदी में गिर गई, जो अब मिली है। इसे इंडिया टीवी की पड़ताल में यह दावा फर्जी पाया गया।
क्या था बाल्टीमोर हादसा?
जानकारी दे दें कि बीते 25 मार्च की देर रात को अमेरिका के बाल्टीमोर में एक पुल से डॉली नाम का मालवाहक जहाज टकरा गया। इस ब्रिज का नाम फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज था। मिली जानकारी के मुताबिक, इस जहाज का पावर फेल हो गया था, जिस कारण चालक दल ने इसका कंट्रोल खो दिया था। इस हादसे में कई कारों के गिरने की भी खबर थी, साथ ही पुल पर काम कर रहे 8 लोग भी नदी में गिर गए थे, जिनमें से 2 लोगों को बचा लिया गया था बाकि 6 लोग लापता हैं, इन्हें स्थानीय प्रशासन ने मृत घोषित कर दिया है।
क्या किया गया दावा?
INDIA TV Fact Check
सोशल मीडिया एक्स पर @CarolynGeller12 नाम की यूजर ने एक पोस्ट शेयर किया जिसमें बाल्टीमोर ब्रिज से जहाज टकराने का वीडियो था, साथ ही एक तस्वीर और थी, जिसमें दिख रहा कि कुछ लोग एक कार को नदी या नाले से बाहर निकाल रहे हैं। साथ ही कैप्शन दिया गया, “बाल्टीमोर ब्रिज से जहाज के टकराने का यह टाइम-लैप्स वीडियो। फिलहाल 20 लोग लापता हैं। बाल्टीमोर के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं।”
क्या है इसकी सच्चाई?
इस पोस्ट हमारा ध्यान तब खींचा जब इसमें लिखा गया कि 20 लोग लापता है साथ ही कार की फोटो लगाई गई। इसकी तह तक जाने के लिए हमने कार वाले तस्वीर को गूगल लेंस में सर्च किया जिसमें हमें एक फेसबुक का लिंक मिला, जो साल 2022 का था और इस फोटो में सेम फोटो के साथ कुछ और फोटो भी दिखी। वहीं, पोस्ट के कैप्शन में तस्वीर से संबधित कुछ जानकारी भी दी गई थी।
कैप्शन में लिखा गया,”डुंगिवेन और लिमावाडी के फायर फाइटर टीम, क्रिसेंट लिंक और सेंट्रल फायर स्टेशनों के कर्मचारियों ने, आज सुबह डुंगिवेन के बाहरी इलाके में पानी में एक वाहन को निकाला है। वाहन चालक को कर्मचारियों की एक टीम ने पहले ही बचा लिया था और बाद में नदी में तब तक तलाश की गई जब तक PSNI ने ये नहीं कहा कि सभी कार सवार का पता लगा लिया गया है।
निष्कर्ष क्या निकला?
इंडिया टीवी की पड़ताल में पाया गया कि पोस्ट में पहला वीडियो बाल्टीमोर का है, लेकिन दूसरी कार वाली इमेज गलत संदर्भ में सोशल मीडिया पर शेयर की गई है।
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