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लोकसभा चुनाव के बीच ही इंडिया गठबंधन को एक और झटका लगा है। दूसरी बार यूपी में इंडिया गठबंधन टूट गया है। जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल के बाद पल्लवी और कृष्णा पटेल की अपना दल (कमेरावादी) इंडिया गठबंधन से अलग हो गई है। इसकी पुष्टि खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कर दी। अखिलेश ने कहा कि 2022 में अपना दल (कमेरावादी) से गठबंधन हुआ था लेकिन अब टूट गया है। 2024 लोकसभा चुनाव में सपा और अपना दल कमेरावादी का गठबंधन नहीं है।
एक दिन पहले बुधवार को ही अपना दल कमेरावादी की नेता कृष्णा पटेल ने यूपी की मिर्जापुर, फूलपुर और कौशांबी सीट से अपना प्रत्याशी उतराने का एकतरफा ऐलान किया था। बताया जाता है कि कृष्मा पटेल सपा से तीनों सीटें मांग रही थीं। सपा की तरफ से उनकी मांग पर कोई तवज्जों नहीं मिलने पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया था। इसी बीच बुधवार शाम सपा ने मिर्जापुर से अपना प्रत्याशी भी उतार दिया था।
हालांकि तीनों सीटों पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा करते हुए कृष्णा पटेल ने कहा था कि वह इंडिया गठबंधन का अब भी हिस्सा हैं और इंडिया गठबंधन के तहत ही तीनों सीटों पर अपना प्रत्याशी उतार रही हैं। माना जा रहा है कि कृष्णा पटेल ने सपा से बिना कोई बात किए ही प्रत्याशियों को उतारने का ऐलान किया है। इससे पहले यूपी में राज्यसभा चुनाव के दौरान पल्लवी पटेल और अखिलेश यादव के बीच तीखी बहस हुई थी। पल्लवी पटेल ने सपा प्रत्याशियों को वोट नहीं देने का साफ ऐलान कर दिया था। उनका विरोध राज्यसभा के सपा उम्मीदवार जया बच्चन, आलोक रंजन को लेकर था।
कांग्रेस से सीटों का तालमेल नहीं होने पर भी पल्लवी राहुल गांधी की यात्रा में पहुंच गई थीं। पल्लवी फिलहाल सपा की ही विधायक हैं। अखिलेश यादव ने कौशांबी की सिराथू सीट से अपने सिंबल पर पल्लवी पटेल को मैदान में उतारा था। जहां पल्लवी ने योगी सरकार में सबसे कद्दावर मंत्री केशव प्रसाद मौर्य को हराकर विधायक बनी थीं।