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Budaun Double Murder: बदायूं में दोनों बच्चों की हत्या के 24 घंटे बाद भी इसके पीछे की वजह का खुलासा नहीं हो सका है। एसएसपी ने घटना के खुलासे को एसपी सिटी के नेतृत्व में चार टीमें गठित की हैं। हत्या की वजह जानने के लिये पुलिस हर पहलू की गहनता से जांच कर रही है। इधर, बदायूं के डीएम ने मासूम बच्चों के हत्यारे साजिद के एनकाउंटर की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। जांच सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है। वहीं, पुलिस हत्यारे साजिद व जाबिद के पिता-चाचा को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस फरार जाबिद की भी तलाश कर रही है।
इस जघन्य हत्याकांड से बदायूं के लोग सदमे में हैं और सोशल मीडिया पर एनकाउंटर के पक्ष और विपक्ष में टिप्पणी कर रहे हैं। बुधवार सुबह दो डॉक्टरों के पैनल ने बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम किया। शव घर पहुंचते ही परिजनों में चीत्कार मच गई जबकि अंतिम यात्रा में भारी तादाद में लोग शामिल हुए। परिजनों ने गम और गुस्से के बीच कछला के गंगा घाट पर बच्चों के शवों को दफन कर दिया। वहीं, पुलिस सुरक्षा के बीच हत्यारे साजिद के शव को भी उसके गांव में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
बदायूं शहर की बाबा कॉलोनी के विनोद ठाकुर पिछले 15 दिनों से काम के सिलसिले में लखीमपुर के मोहम्मदी में थे। मंगलवार शाम को घर पर उनकी पत्नी संगीता, मां मुन्नी देवी और बेटे 12 वर्षीय आयुष, 10 वर्षीय पीयूष और छह वर्षीय आहान थे। इस दौरान हेयर सैलून की दुकान चलाने वाले सखानू निवासी सगे भाई साजिद और जाबिद उनके घर पहुंचे। बात करते-करते साजिद घर की तीसरी मंजिल पर पहुंच गया और छत पर खेल रहे आयुष व आहान की छुरी से गला रेतकर हत्या कर दी। इसी बीच छत पर पहुंचे विनोद के मझले बेटे पीयूष पर भी साजिद ने छुरी से हमला कर उसे घायल कर दिया। दोनों बच्चों की नृशंस हत्या के बाद शहर की स्थिति तनावपूर्ण हो गई। गुस्साए लोगों ने मंडी चौकी क्षेत्र में हेयर सैलून की कई दुकानों में तोड़फोड़ कर एक खोखे में आग लगा दी थी। बाद में पुलिस ने गिरफ्त से भाग रहे साजिद को एनकाउंटर में मार गिराया।
मंगलवार रात एडीजी जोन, कमिश्नर व आईजी बरेली रेंज समेत आला अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर परिजनों को कठोरतम कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस सुरक्षा के बीच दोनों बच्चों के शवों का बुधवार को कछला के गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। परिजनों को ढांढ़स बंधाने के लिए जिले की प्रभारी मंत्री गुलाब देवी, बदायूं की सांसद संघमित्रा मौर्य, आंवला के सांसद धर्मेंद्र कश्यप, दातागंज विधायक राजीव सिंह समेत अन्य जनप्रतिनिधि घर पहुंचे। इस वीभत्स घटना की लोगों ने सोशल मीडिया पर निंदा करते हुए फरार आरोपी जाबिद की गिरफ्तारी की मांग की है। एहतियात के तौर पर घटनास्थल से लेकर पूरे शहर में पुलिस व अर्द्धसैनिक बल के जवान तैनात हैं।
मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश
बदायूं के डीएम ने मासूम बच्चों के हत्यारे साजिद के एनकाउंटर की मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए हैं। जांच सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है और 15 दिन में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। हत्याकांड के विरोध में बुधवार को कुछ लोगों ने बाजार बंद कराया। हालांकि जिला प्रशासन ने सख्ती के साथ बाजार को खुलवा दिया और कानून व्यवस्था हाथ में नहीं लेने की हिदायत दी।
मासूमों की हत्या पर सियासत
मासूम बच्चों की हत्या पर सियासत शुरू हो गई है। सपा और भाजपा साजिद के एनकाउंटर को चुनावी मुद्दा बना रहे हैं। सपा ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर निशाना साधा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जहां ऐसे मामले में अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। एनकाउंटर करने से नाकामी नहीं छिपेगी। उधर, भाजपा ने कहा कि सपा हर घटना को सियासी चश्मे से न देखे। भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि बदायूं की घटना हैरान करने वाली है। ऐसी वीभत्स घटना पर सपा घटिया राजनीति कर रही है। पुलिस ने अपराधी को मार गिराया है जबकि सपा सरकार में ऐसे अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था।