म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
– फ्लोराइड मुक्त पेयजल के लिए पंचायत ग्राम सभा में करेंगी प्रस्ताव पास
– बनवासी सेवा आश्रम में दो दिवसीय फ्लोरोसिस नियंत्रण विचार गोष्ठी का समापन
म्योरपुर। ब्लॉक के गोविंदपुर स्थित सामाजिक संस्थान बनवासी सेवा आश्रम के विचित्रा महाकक्ष में पीएसआई देहरादून और आश्रम के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय फ्लोरोसिस नियंत्रण विचार गोष्ठी का बुधवार को फ्लोराइड मुक्त पानी की व्यवस्था करने और ग्रामीणों को इसके किए जागरूक करने के संकल्प के साथ समापन हुआ।गोष्ठी में काचन, जरहा, बभनडीहा, गड़िया, पडरी, करहिया, रनटोला, खैराही, बभनी आदि के ग्रामीणों और प्रधानों ने इसके लिए कार्य योजना बनाई।उन्होंने जल स्रोतों की जांच, फ्लोरोसिस पीड़ितो की पहचान के लिए गोविंदपुर, कुसम्हा गांव में पीड़ितो से मिल कर पहचान का तरीका भी सीखा।प्रधानों ने तय किया कि इसके रोक थाम के लिए ग्राम सभा में प्रस्ताव पास करेंगे।ग्राम पंचायतों में बाटे गए फ्लोराइड जांच किट पुनः मंगवाने के लिए विभाग को पत्र लिखेंगे जिससे समूह सखियां इसकी जांच कर सके।पीएसआई के पर्यावरण वैज्ञानिक डाक्टर अनिल गौतम, प्रेम नारायण अग्रहरी ने गोष्ठी में तकनीकी जानकारी और पीड़ितो के लिए पौष्टिक आहार की जानकारी दी।इसके साथ ही सुझाव दिया कि सोनभद्र जैसे प्रभावित जिले में ग्राम पंचायतों में एक स्माल लैब की स्थापना की जरूरत है।जिससे मिट्टी, हवा, पानी के साथ यूरीन की जांच हो सके।डाक्टर गौतम ने कहा की समस्याओं के समाधान के लिए जागरूकता जरूरी है, और इसका स्थाई हल निकाला जाना चाहिए।इसमें व्यक्तिगत और सामुदायिक दोनो तरह के प्रयास होने चाहिए।डा विभा ने कैल्सियम युक्त भोजन की जानकारी दी और बताया की फ्लोरोसिस आने वाली पीढ़ी के लिए और ज्यादा घातक हो सकता है।इस मौके पर ग्राम प्रधान राजपति, दिनेश, संत कुमार, मुनी देवी, मंजू देवी, अशोक यादव, संगीता, मोतीलाल, गंगाराम, संगीता आदि मौजूद रहे।