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Fraud in the name of job: विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर गोरखपुर क्षेत्र के 40 युवाओं के साथ लाखों की जालसाजी हो गई। सभी पीड़ितों से पहले डेढ़-डेढ़ लाख रुपये लेकर जालसाजों ने ओमान भेजा और वहां एक कमरे में बंधक बनाकर उनसे दोबारा 90-90 हजार रुपये की वसूली की। अब भी वहां आठ युवा फंसे हुए हैं, जिनके परिवारीजन परेशान हैं। ओमान में फंसे युवाओं के साथ कुशीनगर के करीब दस पीड़ित युवकों ने मुख्यमंत्री को डाक के माध्यम से प्रार्थना पत्र भेजकर गुहार लगाई है। गोरखपुर एसएसपी और कुशीनगर के एसपी दफ्तर में भी प्रार्थना पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।
पीलीभीत के माधोटांडा थाना क्षेत्र के तुलसीपुर के रहने वाले एक युवक से कुशीनगर के पदरी निवासी युवक ने मुलाकात कराई। दोनों ने बताया कि ओमान में एक नया होटल खुल रहा है, उसमें नौकरी करनी है तो वह लगवा सकता है। गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज के करीब 40 युवा ओमान जाने के लिए तैयार हो गए। जालसाजों ने सभी से डेढ़ लाख के हिसाब से 60 लाख रुपये विदेश में नौकरी के नाम पर जमा कराए। उसके बाद सभी को ओमान पहुंचा दिया।
पीड़ितों को छोड़कर चले आए जालसाज
इन दोनों ने युवाओं को वहां एक कमरे में रखवा दिया। खाना खाने तक की व्यवस्था नहीं की और कुछ दिन बाद उन्हें छोड़कर वहां से चले गए। पीड़ित जब भी फोन करते तो दोनों बहाने बनाते और कहते कि आज आएंगे, कल आएंगे। कुछ दिनों तक सभी भूखे रहे और अपने अपने घर से पैसे मंगाकर खाने की व्यवस्था की। इसके बाद होटल खुलने में थोड़ा समय लगने की बात कहते हुए जालसाज ने कहा कि वे भारत लौट आए हैं।
ओमान में फंसे लोगों ने जब वापसी की बात कही तो उन लोगों ने 90-90 हजार की और डिमांड कर दी। फिर युवाओं ने रुपयों की व्यवस्था की और उनकी घर वापसी हुई। अभी भी पीड़ित कौशल पटेल, लक्की सिंह, कुशहरनाथ यादव, दुर्गेश यादव, गृजेश शुक्ला, प्रदीप कुमार, मुन्ना दुबे सहित आठ लोग ओमान में ही फंसे हुए हैं।