घोरावल (विजय अग्रहरि)
घोरावल। घोरावल नगर स्थित धर्मशाला प्रांगण में 7 दिवसिय श्रीमद्भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञानयज्ञ एवं श्रीमद्भागवत कथा का रविवार को कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हो गया।मुख्य यज्ञाचार्य पं. शिवम शास्त्री के नेतृत्व में आचार्यों द्वारा विधि विधान के साथ मंडप पूजा और यज्ञ देवता श्री राधाकृष्ण की पूजा के बाद सैकड़ों श्रद्धालुगण धर्मशाला के पास स्थित पवित्र थनहवा सरोवर पहुँचे।यहां श्रद्धालु महिलाओं एवम पुरुषों ने मंत्रोच्चारण के बीच 151 कलशों में जल भरा और कलश यात्रा निकाली गई।नगर भ्रमण के बाद कलश यात्रा पुनः यज्ञ मंडप में पहुँची, जहां मंडप प्रवेश कर पवित्र कलशों की स्थापना की गई और यज्ञ का शुभारंभ हो गया।श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिन प्रभु की लीलाओं का वर्णन एवम् विश्लेषण करते हुए पंडित विमल जी महाराज ने कहा कि श्रीराम कथा जीवन को सदमार्ग पर ले जाता है जबकि श्रीमद्भागवत कथा मृत्यु को महोत्सव बना देता है। श्रीमद्भागवत में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य का संगम है।उन्होंने धुंधकारी की कथा सुनते हुए बताया की भागवत कथा से धुंधकारी को प्रेत योनि से मुक्ति मिली और साथ ही उसके कुल वंश का भी कल्याण हुआ।
कार्यक्रम में प्रतिदिन प्रातः 6 बजे से यज्ञ पूजन, श्रृंगार व यज्ञ मंडप की परिक्रमा की जाएगी।सायं 6 बजे से 9 बजे तक श्रीअयोध्या से आए पं. विमलजी महाराज श्रीमद्भागवत कथा का वर्णन व विश्लेषण करेंगे।17 मार्च को पूर्णाहुति व भंडारे के साथ कार्यक्रम संपन्न हो जाएगा।इस अवसर पर मुख्य यजमान राजेश सिंह पटेल, प्रभाकर सिंह, पूर्व चेयरमैन राकेश कुमार, अशोक अग्रहरि, व्यापार मंडल अध्यक्ष दयाशंकर रौनियार, संजय मोदनवाल, अशोक उमर, वीरेंद्र मोदनवाल इत्यादि रहे।