डाला (गुड्डू तिवारी/राकेश अग्रहरि)
डाला। एक हिंदी दैनिक अखबार के वरिष्ठ पत्रकार 50 वर्षीय रामजी दुबे के आकस्मिक निधन से पत्रकारों समेत उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई।मौत की खबर लगते ही तमाम दुकानदारों ने शटर गिरा दिया।उनके पैतृक गांव में उनको नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई।
एक दशक से विभिन्न दैनिक समाचार पत्रों में लेखन कार्य कर रहे डाला नगर निवासी रामजी दुबे की कुछ दिनों से तबियत ठीक नहीं चल रही थी कि मंगलवार की रात लगभग बारह बजे उपचार के लिए वाराणसी ले जाते समय रास्ते में ही उन्होंने दम तोड दिया।उनके तीन बेटीयों में बड़ी बेटी शिखा बीएसएफ में तैनात है, बाकी दो बेटियां प्रयागराज में रहकर पढ़ाई कर रही हैं।उनकी पत्नी गृहणी है।पैतृक निवास देवपरवा मिर्जापुर गंगा घाट में उनके छोटे भाई श्यामजी ने उन्हें मुखाग्नि दी।उधर निधन की सूचना मिलते ही बस स्टैंड के दुकानदार, देवनाथ चंद्रवंशी, शंभुनाथ दुबे, अजय, लक्ष्मण पांडेय ने दुकान बंद कर शोक संवेदना व्यक्त किया।पत्रकार राजकिशोर, राजवंश, सैयद आरिफ, जगदीश तिवारी, नीरज पाठक, मनीशंकर रात आदि ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया।उनके अंतिम संस्कार में डाला व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकेश जैन, भाजपा नेता संतोष कुमार बबलू समेत गायत्री तिवारी, सेंट जेवियर्स पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर जितेंद्र कुमार यादव, मनोज पटेल, गब्बु शुक्ला, नागेंद्र दुबे, राजीव मिश्रा, बब्बू मिश्रा, रितेश दुबे आदि लोग शामिल हुए।