चोपन (मनोज चौबे)
– रोहू, कतला, मृगल मछलियों के समृद्धि के लिए किया गया यह कार्यक्रम
चोपन। स्थानीय सोन नदी के तट पर प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत एक विशेष गतिविधि शुरू की गई थी।जिससे सोन नदी में मछली उत्पादन को विस्तार, गहराई, विविधता व पानी का उपयोग करके बढ़ाया जा सके।जिसे देखते हुये बुधवार को सोन नदी में रिवर रैंचिग कार्यक्रम का मत्स्य विभाग की ओर से आयोजन किया गया।जहां नगर पंचायत अध्यक्ष उस्मान अली ने कार्यकर्ताओं के साथ एक लाख दस हजार मछलियों को गंगा में प्रवाहित किया गया।इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा रिवर रैंचिंग का कार्य किया जा रहा है।सोन नदी में जो उनकी अपनी प्रजातियां हैं रोहू, कतला, मृगल की जातियां कम हो रही हैं।उनकी समृद्धि के लिए यह कार्यक्रम किया गया है। ₹इससे नदी की सफाई भी होती है और मछुवारों की आय भी होता है।प्रदेश महासचिव दयाशंकर निषाद व जिलाध्यक्ष अनिकेत निषाद ने कार्यक्रम में मौजूद मछुआरों को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य सोन नदी की जैव विविधता को बनाए रखने एवं मछुआरों के बेहतर जीविकोपार्जन को उचित दिशा देना हैं।कार्यक्रम में नगर के रहने वाले लोगों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।इस मौके पर प्रदेश सचिव संतोष साहनी, डॉ विजय साहनी, मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक पारस सिंह, फूलचंद चौधरी, राकेश ओझा, सुनील सिंह, नीतीश निषाद, जयप्रकाश साहनी, प्रदीप साहनी, मुनेश निषाद, छोटेलाल साहनी, अशोक निषाद, रामभजन निषाद, जितेंद्र बैसवार इत्यादि लोग मौजूद रहे।