म्योरपुर (प्रभात मिश्रा)
– भौगोलिक स्थिति का जायजा लेने के बाद टीम वापस रवाना
म्योरपुर। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों की तीन सदस्यीय टीम ने मंगलवार की देर शाम और बुधवार की सुबह मकरा और बेलहत्थी गांव के टोलों का निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होंने भौगोलिक स्थिति जानने के साथ ही मच्छरों के पनपने आदि के बारे में विस्तार से जानकारी जुटाई।म्योरपुर विकास खंड की मच्छर जनित रोग प्रभावित ग्राम पंचायत मकरा और बेलहत्थी ग्राम पंचायत के टोलों क्रमशः वैगानी टोला व ऊंच बड़वान का भारत सरकार की टीम ने निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान टीम के लोगों ने वहां की भौगोलिक स्थिति समेत जल स्रोतों का अध्ययन किया।इसके बाद टीम दिल्ली के लिए रवाना हो गई।टीम में आए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों में सीनियर साइंटिस्ट डॉक्टर गौरव द्विवेदी, डॉक्टर बृजरंजन मिश्र तथा डॉ नलिनी शामिल रहे।टीम ने मच्छर जनित रोगों के प्रभाव को लेकर फरवरी से वर्ष भर तक अपने अध्ययन की बात कही है।उन्होंने कहा कि अभी वह भौगोलिक स्थिति जानने के लिए आए हैं।इसके बाद वह आने वाले दिन में अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे।टीम ने गांव का निरीक्षण करने के साथ ही मच्छरों के अनुकूल स्थानों के साथ अन्य जरूरी जानकारियां जुटाना के बाद रवाना हो गए।टीम के निरीक्षण के दौरान जिला मलेरिया अधिकारी धर्मेंद्र नारायण श्रीवास्तव व मलेरिया निरीक्षक अभिषेक पांडे समेत आशा कार्यकत्री, आंगनबाड़ी व बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।