बभनी (चन्द्रसेन पांडेय)
बभनी। ग्रामीण नव युवक रामलीला एव दुर्गा पूजा समिति असनहर द्वारा इस वर्ष भी शुक्रवार को रामलीला में पहले दिन मुकुट पूजन के साथ नारद मोह लीला का मंचन किया गया।इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य डा व्यास चंद्र विश्वकर्मा तथा विशिष्ट अतिथि ग्राम प्रधान सोनामती देवी व रामप्रकाश पांडेय सहित कई गनमान्यों नें दीप जलाकर किया।रामलीला के पहले दिन नारद मोह लीला का मंचन किया गया।जिसमे हिमालय पर्वत पर तपस्या कर रहे ब्रह्मऋषि नारद की तपस्या को भंग करने के लिए इंद्रदेव कामदेव को भेजते हैं, लेकिन वह उनकी तपस्या भंग नहीं कर पाते।बाद में नर्तकी उर्वशी भी इस कार्य में विफल रहती है तो नारद मुनि में अभिमान आ जाता है कि उन्होंने कामदेव को जीत लिया है।इसी अभिमान में भरे नारद मुनि अपने पिता ब्रह्मा और शंकर जी व बाद में विष्णु भगवान के पास जाकर अपने अभिमान का प्रदर्शन करते हैं।इस पर भगवान विष्णु उनका अभिमान तोड़ने के लिए उन्हें मृत्युलोक की खबर लेने भेजते हैं।वहां भगवान विष्णु ऐसी मोह माया रचते हैं कि अभिमान से भरे नारद मुनि राजा शीलनिधि की राजकुमारी लक्ष्मी के साथ विवाह करने को आतुर हो जाते हैं, लेकिन भगवान विष्णु अपनी माया से नारद मुनि को वानर जैसा मुख प्रदान कर देते हैं।जिससे राजकुमारी लक्ष्मी नारद मुनि को ठुकरा देती हैं और भरी सभा में नारद मुनि उपहास का पात्र बन जाते हैं।इससे आक्रोशित नारद मुनि भगवान विष्णु को श्राप देते हैं कि मृत्युलोक में लीला के दौरान इसी वानर मुख से आप को सहायता मांगनी पड़ेगी।रामलीला देखने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ देर रात तक जुटी रही।लोग तालियां बजाकर कलाकारों का उत्साहवर्धन कर रहे थे।मौके पर अध्यक्ष रत्नेश कुशवाहा, अमरदेव पांडेय, सूर्यकांत दुबे, मेहीलाल कुशवाहा, मुकेश कुमार, चंद्रशेखर, नंदलाल गोंड, पवन दुबे, उमेश कुमार, मिथिलेश मिश्रा सहित सहित सैंकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी।व्यास लालकेश ने लीला का सफल मंचन किया।