ओबरा (पीडी राय/सौरभ गोस्वामी)
– आधी रात को पहुंचे एसडीओ के आश्वासन पर घरना हुआ समाप्त
ओबरा। एक तरफ जहां भीषण गर्मी की वजह से हाहाकार मचा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ अघोषित बिजली की कटौती का आलम यह है कि लोग अब त्राहिमाम करने लगे हैं।शनिवार की देर रात उस समय हड़कंप मच गया जब एक व्यापारी अपनी 7 वर्षीय बीमार बच्ची को लेकर सुभाष तिराहे पर धरने पर बैठ गया।वही पिता-पुत्री को धरने पर बैठा देख लोग एकत्रित हो गए और बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।मौजूद लोगों ने कहा कि नगर में इस समय विद्युत व्यवस्था एकदम धराशाई हो गई है।दशकों पुराने पोल व जर्जर तार से पूरे नगर में भय की स्थिति उत्पन्न हो गई है।कब कहां पर तार टूटकर गिर जाय कहा नहीं जा सकता।कहा कि पीसीएल के अधिकारियों की मनमाने रवैये से पूरी जनता त्रस्त हो चुकी है।मनमाना बिजली कटौती, बिजली रोस्टिंग एवं पूरे 24 घंटे यही प्रक्रिया चलती रहती है।घरेलू कार्यों के साथ संपूर्ण व्यवसायिक क्षेत्र अपने नुकसान से जूझ रहा है।कहा कि सोनभद्र में चार विधायक व एक सांसद सत्ता पक्ष के होने के बावजूद किसी तरह की कोई सुनवाई नहीं होती, सिर्फ वोट लेने के लिए द्वार द्वार हाथ जोड़ते फिरते हैं उसके बाद 5 साल तक कोई सुनवाई ना करना कब तक बर्दाश किया जाएगा।स्थानीय लोगों के मुताबिक जब बिजली विभाग पर फोन किया जाता है तो फाल्ट की बात कहकर फोन काट देते हैं।वही सूचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस व बिजली विभाग के जेई ने धरने पर बैठे व्यापारी को समझाने की कोशिश की लेकिन बात नही बनी।वही देर रात लगभग एक बजे सूचना पाकर मौके पर पहुचे एसडीओ आशीष शुक्ला ने लिखित आश्वासन देकर व्यापारी और बीमार बच्ची को धरने पर से उठाया।उन्होंने मौके पर मौजूद लोगों से कहा कि मुहर्रम व बारिश की वजह से कटौती की गई थी।जिससे कोई बड़ी दुर्घटना न हो जाये।उन्होंने कहा कि रविवार से नगर में 21 घंटे बिजली आपूर्ति की जाएगी तब जाकर मामला शांत हुआ।इस दौरान प्रांजल जायसवाल, मिथिलेश अग्रहरि, महेश अग्रवाल, रिंकू सिंह, विक्की सिंघल, अशरफ, मोहम्मद शानू, प्रतीक अग्रवाल, अतहर अहमद सहित तमाम लोग मौजूद रहे।