करमा (उमाकान्त मिश्रा)
– बैठक मे गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों के संचालन पर रोक लगाए जाने का छाया रहा मुद्दा
करमा। जनपद में बिना मान्यता प्राप्त धड़ल्ले से चल रहे विद्यालयों को अभियान चला कर बन्द कराते हुए शासनादेश के अनुसार कार्यवाही की जानी चाहिए।यह जिम्मेदारी जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी की है।यह बात वाराणसी निर्वाचन शिक्षक खंड के विधान परिषद सदस्य लाल बिहारी यादव ने सर्किट हाउस में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ की जिलास्तरीय बैठक में व्यक्त किया, उन्होंने कहा कि ग्रामीण अंचलों में स्थापित विद्यालयों में तमाम सुविधाओं के अभाव में भी शिक्षा का स्तर स्वागत योग्य है, शिक्षक एम एल सी ने कहा कि उन्होंने शिक्षकों तथा विद्यालयों के लिए हर सम्मान की लड़ाई लड़ी है, आर टी ई के तहत गरीब परिवार के बच्चों के लिए मिलने वाली हर सुविधा के लिए अब भी संघर्ष जारी है, उन्होंने कहा कि विद्यालयो के मान्यता को जटिल एवं महंगा किये जाने से पूंजीपतियों द्वारा ही विद्यालय खोला जा सकता है, अगर यहीं स्थिति बनी रही तो शिक्षा व्यवस्था का बाजारीकरण होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा, शिक्षक संघ की मजबूती के लिए विद्यालय वार अभियान चलाने के लिए जिलाध्यक्ष तथा सभी पदाधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि विद्यालय एक परिवार की तरह होता है सभी के दुख सुख शामिल होते रहें, स्नातक एम एल सी आशुतोष सिन्हा ने बैठक में आये सभी शिक्षकों से बैठक में उपस्थित होने के लिए धन्यवाद दिया।शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्य्क्ष संजय यादव एवं शिक्षक एम एल सी के प्रतिनिधि ओम प्रकाश सिंह ने शिक्षकों की व्यक्ति गत समस्याओं के समाधान के लिए हर समय तत्पर रहने का वादा किया।इस अवसर पर जिलाध्यक्ष प्रबोध सिंह, केपी मौर्य, सतीश सिंह, बीरेन्द्र यादव अवधेश कुमार, बुद्धि नाथ यादव, जगदीश यादव, श्याम कुमार, ओमप्रकाश सिंह, रामलला, हरिदास खत्री, सुरेन्द्र नाथ पाठक, दयाशंकर विश्वकर्मा, आदि उपस्थित रहे।