ओबरा (पीडी राय/सौरभ गोस्वामी)
ओबरा। स्थानीय तापीय परियोजना में कोयला की कमी के चलते सोमवार की देर शाम ब ताप विद्युत गृह की 200 मेगावाट की 9वीं इकाई बंद हो गई।इकाई के बंद होने में कोयला रैक के देरी से पहुंचना प्रमुख कारण बताया जा रहा।जानकारी के अनुसार सोमवार की शाम ओबरा पहुंचने वाले कोयला की रैक मंगलवार की सुबह 6 बजे पहुंचा।इसके चलते कोयले के अभाव में इकाई को बंद करना पड़ा।इस मामले में मुख्य महाप्रबंधक इं राधे मोहन ने बताया कि ओबरा परियोजना की इकाइयों को चलाने के लिए प्रतिदिन 4 से 5 रैक कोयला की आवश्यकता होती है।लेकिन वर्तमान में सिर्फ औसत 2 रैक ही कोयला मिल पा रहा है।बताया कि बारिश की वजह से कोयला खदानों से कम निकल रहा है।जिससे परियोजना में कोयला आपूर्ति बाधित हो रही है।साथ ही आपूर्ति होने वाले कोयला में नमी होने की वजह से भी बिजली उत्पादन में भारी गिरावट आ रही है।उन्होंने कहा कि कोयला की आपूर्ति कम होने से चल रही इकाइयों को कम लोड पर चलाया जा रहा है।कोयला की कमी को देखते हुए चल रही इकाइयों को ही चलाना प्राथमिकता बताया।कोयला की कमी से ओबरा परियोजना मे 200 मेगावाट की 11वीं 12 वीं एवं 13 वीं इकाइयों का लोड कम करके चलाया जा रहा है।जिससे बिजली संकट और बढ़ने के आसार बन गए है।जानकारों की माने तो तीनो इकाइयों को कम लोड पर चलाने से निगम को भारी नुकसान हो रहा है।ओबरा परियोजना की 200 मेगावाट की 9 वी,10 वी,11 वी व 12 वी इकाईयों को पूरे लोड पर चलाने के लिए प्रतिदिन लगभग 12 हजार मैटिक टन से अधिक कोयला की आवश्यकता होती है।जिसकी आपूर्ति अभी संभव प्रतीत नही हो रही है।कोयला आपूर्ति बढ़ाने के लिए उच्च प्रवंधन लगातार एनसीएल के उच्चाधिरियो के संपर्क में है।समाचार लिखे जाने तक ओबरा परियोजना की 200 मेगावाट की 11 वी इकाई से 104 मेगावाट, 12 वीं से 95 मेगावाट और 13वीं से 93 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा था।वहीँ 10 इकाई के मंगलवार की देर शाम तक उत्पादन शुरू होने की संभावना है।