सोनभद्र (विकास द्विवेदी)
सोनभद्र। सोनभद्र पुलिस द्वारा थानों में एआरटीओ द्वारा निरुद्ध वाहनों की अवमुक्ति हेतु फर्जी रिलीज आर्डर तैयार कर वाहन स्वामियों चालकों को प्रदान करने वाले संगठित गिरोह के मुखिया रु0-25000 के इनामिया सेवानिवृत एआरटीओ एवं उनका चालक शरणदाता सह अभियुक्त को एक स्विफ्ट कार, एक लाख चालिस हजार नगद व 15 मोबाइल मय राउटर के साथ गिरफ्तार कर लिया।डॉ यशवीर सिह पुलिस अधीक्षक सोनभद्र द्वारा वांछित पुरस्कार घोषित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) सोनभद्र के निर्देशन व क्षेत्राधिकारी दुद्धी के पर्यवेक्षण में एसओजी/सर्विलांस व थाना म्योरपुर की संयुक्त टीम द्वारा सटीक अचूक अभिसूचना संकलित कर एआरटीओ के फर्जी रिलीज आर्डर पर अवमुक्त हुए वाहनों के सम्बन्ध में जनपद के थाना स्वोरपुर, चोपन, बभनी, हाथीनाला व विण्ढमगंज पर पंजीकृत अभियोगों के वांछित मुख्य अभियुक्त तत्कालीन एआरटीओ प्रवीण शंकर राव तथा शरणदाता सह अभियुक्त चालक त्रिलोकी नाथ पाण्डेय को बीते रविवार को समय 18.10 बजे पंडितपुर मोहन सराय वाराणसी स्थित अभियुक्त प्रवीण शंकर राय के फार्म हाउस से गिरफ्तारी किया गया।
उनके कब्जे से एक वाहन स्विफ्ट डिजायर एक लाख चालीस हजार रुपये नगद तथा पांच अदद मोबाइल फोन व एक अदद राउटर बरामद किये गए।बतादे की थानों में तिरक वाहनों के निस्तारण सम्बन्धी शासन के अभियान के क्रम में आरटीओ मीरजापुर द्वारा बार-बार निर्देशित किये जाने पर एआरटीओ कार्यालय सोनभद्र द्वारा जांच कराकर तत्कालीन एआरटीओ प्रवीण शंकर राय द्वारा एआरटीओ के रिलीव आई पर जनपद के विभिन्न थानों से अवमुक्त हुए कुल 57 वाहनों के स्वामियों/ चालकों के विरुद्ध कुल 05 अभियोग पंजीकृत कराये गये थे।विवेचना से यह प्रमाणित हुआ कि तत्कालीन एआरटीओ प्रवीण शंकर राय एवं प्रवर्तन लिपिक विनोद श्रीवास्तव द्वारा एआरटीओ कार्यालय में प्राइवेट रूप से काम करने वाले व्यक्तियों व दलालों एवं वाहन पासरों का एक संगठित गिरोह बनाकर अपने उपभोग के लिए अवैध धानार्जन हेतु वाहन स्वामियों से निर्धारित राशि प्राप्त कर विभाग की वेबसाइड पर आनलाइन फीड न करके फर्जी रिलीज आर्डर प्रदान कर देते थे जो असली जैसा दिखता था।उपरोक्त के क्रम में पूर्व में कुछ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है, मुख्य अभियुक्त तत्कालीन एआरटीओ प्रवीण शंकर राय की गिरफ्तारी हेतु प्रयासरत रहते हुए धारा 82 सीआरपीसी की कार्यवाही के उपरान्त थाना म्योरपुर पर धारा 174ए भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया था एवं पुलिस अधीक्षक सोनभद्र द्वारा रुपये 25000 का इनाम घोषित किया गया।