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Kho Kho Player B Chaitra: खो-खो विश्व कप चैंपियन बी चैत्रा का मैसूरु के कुरुबुरु गांव में भव्य स्वागत हुआ. चैत्रा ने विश्व कप में ‘प्लेयर ऑफ द फाइनल’ का पुरस्कार जीता था.
मैसूर: एक तरफ ढोल, नगाड़े, ताशों की आवाज, दूसरी तरफ ताशों की ताल पर झूमते हुए लड़कियां. यह सीन देखकर अगर आपको लगा कि यह कोई मेला (Fair) है, तो आप गलत हैं. यह कोई मेला नहीं, बल्कि गांव से निकलकर देश को जीत दिलाने वाली एक खिलाड़ी का गांववालों ने भव्य स्वागत (Welcome) किया है. तो वह खिलाड़ी कौन हैं? (Mysuru News) और उन्हें कैसा स्वागत मिला? इसके बारे में सबकुछ जानते हैं…
बता दें कि हाल ही में भारतीय टीम ने पहली बार खो-खो विश्वकप जीता था. इस चैंपियन टीम में कन्नड़, मैसूर की चैत्रा भी शामिल थीं. विश्व चैंपियन बनने के बाद पहली बार अपने गांव लौटीं चैत्रा का टी.नरसिपुरा तालुका के कुरबूर गांव के लोगों ने भव्य स्वागत किया. खो-खो खिलाड़ी चैत्रा, विश्वकप जीतने के बाद पहली बार अपने गांव कुरबूर आईं. उन्होंने अपनी पुरानी स्कूल का भी दौरा किया, जहां उन्होंने खो-खो खेलना सीखा था. स्कूल के बच्चों और गांववालों ने फूलों की बारिश कर उनका भव्य स्वागत किया और सम्मानित किया.
कौन हैं बी. चैत्रा?
खो-खो खिलाड़ी बी. चैत्रा मैसूरु जिले के कुरुबुरू गांव की रहने वाली हैं. बता दें कि नई दिल्ली में आयोजित पहले खो-खो विश्व कप में चैत्रा ने ‘प्लेयर ऑफ द फाइनल’ का पुरस्कार जीता है. यहां उन्होंने सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका और फाइनल में नेपाल के खिलाफ भारत को जीत दिलाने में बहुत अहम रोल निभाया.
चैत्रा के साथ सेल्फी लेने के लिए उमड़ पड़े
खिलाड़ी चैत्रा और उनके कोच मंजूनाथ का गांववासियों ने पहले टी.नरसिपुरा की मुख्य सड़कों पर सिल्वर रथ पर जुलूस निकाला. जुलूस के मार्ग में हजारों लोग इकट्ठा होकर चैत्रा की प्रशंसा कर रहे थे. कई लोग चैत्रा के साथ सेल्फी लेने के लिए उमड़ पड़े.
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लोगों द्वारा चैत्रा को दिखाए गए प्यार को देखकर वह एक पल के लिए भावुक हो गईं और हाथ जोड़कर सभी का धन्यवाद किया. एक ग्रामीण प्रतिभा ने राष्ट्रीय स्तर पर सफलता हासिल कर अपने गांव लौटने पर इस तरह का भव्य स्वागत पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ा सम्मान है.
January 27, 2025, 20:28 IST