प्रयागराज में लगे महाकुंभ मेले की झलक 130 किमी दूर तक दिखाई दे रही है. भारी भीड़ का असर यह है कि प्रयागराज से 130 किमी दूर बनारस में भी भारी जाम लग रहा है. रोड़वेज बसों की बात करें तो वाराणसी ग्रामीण, काशी, कैंट, सोनभद्र, विंध्यनगर और चंदौली रोडवेज डिपो की बसें ही सिर्फ मोहनसराय, चांदपुर, लहरतारा से होते हुए कैंट तक आएंगी. बाकी आजमगढ़, जौनपुर और गाजीपुर की रोडवेज और प्राइवेट बसें हरहुआ से आगे नहीं आएंगी. वहां से इलेक्ट्रिक बसें यात्रियों को लेकर हरहुआ से गिलट बाजार होते हुए छोटी कटिंग मेमोरियल ग्राउंड तक आएंगी. इसी तरह से प्रयागराज और मिर्जापुर से आने वाली रोडवेज / प्राइवेट बसें मोहनसराय के पास ट्रांसपोर्ट नगर ग्राउंड में खड़ी होंगी. इलेक्ट्रिक बसें यात्रियों को मोहनसराय से चांदपुर तक लाएंगी.
यदि आप बनारस में रहते हैं या काम करते हैं और आपके वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर यूपी-65 यानी बनारस नंबर से शुरू नहीं हो रहा है तो घबराना नहीं है. अपना परिचय पत्र पुलिसकर्मी को दिखा कर आ-जा सकते हैं. इस व्यवस्था का उद्देश्य यह है कि गंगा घाटों, गोदौलिया, मैदागिन और प्रमुख मंदिरों की ओर चारपहिया वाहन न जाएं. प्रमुख स्नान पर्व के दो-तीन दिन पहले और दो-तीन दिन बाद तक या फिर छुट्टी के दिन शहर में बाहरी वाहनों का दबाव बहुत ज्यादा रहेगा. ऐसे दिनों में शहर में चारपहिया वाहन से चलने वाले लोग यातायात व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करें.