प्रयागराज. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों का प्रदर्शन गुरुवार को और उग्र हो गया जब पुलिस ने उन्हें सड़कों से हटाने की कोशिश की. आंदोलनकारी छात्र पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़कर आयोग के गेट तक पहुंच गए. इस दौरान छात्रों और पुलिस में झड़प भी हुई. प्रतियोगी छात्रों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन जबरन उनके आंदोलन को सम्पत करवा रहा है, जबकि वे अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं. उनकी मांग है कि पीसीएस और RO/ARO की परीक्षा एक दिन और एक शिफ्ट में आयोजित करवाई जाए. साथ ही छात्र नार्मलाइजेशन का भी विरोध कर रहे हैं.
उधर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के सोशल मीडिया पोस्ट के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी पलटवार करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. हमारी प्राथमिकता है कि सभी प्रतियोगी परीक्षाएं पारदर्शी और निष्पक्ष हों, मानकीकरण की समस्या का भी समाधान हो, जिससे हर योग्य उम्मीदवार को उसका हक मिले.
केशव प्रसाद मौर्य ने आगे लिखा, “दुर्भाग्यपूर्ण है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव अपने कार्यकाल के काले कारनामे भूलकर राजनीतिक लाभ के लिए छात्रों की भावनाओं का राजनीतिकरण कर रहे हैं. “सूप बोले तो बोले, चलनी भी बोले जिसमें बहत्तर छेद हैं”. आंदोलन की आड़ में माहौल बिगाड़ने की इनकी कोशिशों को समझदार प्रतियोगी छात्र भली-भांति समझते हैं. इस रुख के साथ सपा का “समाप्तवादी पार्टी” बनना तय है.
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार छात्रों की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए संवाद के माध्यम से हर संभव प्रयास कर रही है. हम युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के प्रति दृढ़ हैं, और सक्षम अधिकारी छात्रों के साथ समन्वय स्थापित कर समाधान सुनिश्चित करेंगे. युवा प्रदेश का भविष्य हैं, और भाजपा उनकी हर आकांक्षा के साथ मजबूती से खड़ी है.