जमीन की पैमाइश टालने पर एक आईएएस और तीन पीसीएस अफसर सस्पेंड बीजेपी विधायक का वीडियो वायरल होने के बाद डीएम को सौंपी गई थी जांच जांच में चारों अफसर दोषी पाए गए, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया
लखनऊ. उत्तरा प्रदेश की योगी सरकार ने लखीमपुर खीरी में खेत की पैमाइश लटकाए रखने पर एक आईएएस और तीन पीसीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. वर्तमान में वे अलग-अलग जिलों में तैनात थे. इन तीनों अधिकारियों को राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया गया है. भाजपा विधायक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एक्शन लिया गया.
शासन ने आईएएस अधिकारी व अपर आयुक्त लखनऊ मंडल धनश्याम सिंह को निलंबित कर दिया है. पीसीएस अधिकारियों में बाराबंकी के एडीएम (वित्त एवं राजस्व) अरुण कुमार सिंह, झांसी के नगर मजिस्ट्रेट विधेश सिंह, बुलंदशहर की एसडीएम रेनु को निलंबित किया गया है. इन चारों अधिकारियों ने लखीमपुर खीरी में अपनी तैनाती के दौरान पैमाइश के मामलों में टालमटोल की. आरोप है कि अधिकारियों ने 6 साल तक जमीन की पैमाइश नहीं होने दी.
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BJP विधायक का वीडियो हुआ था वायरल
यहां बता दें कि लखीमपुर खीरी के सदर भाजपा विधायक योगेश वर्मा का 24 अक्तूबर को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था. इसमें वह स्कूटी पर बैठकर कलक्ट्रेट परिसर गए और बीच सड़क पर एसडीएम से लेकर कानूनगो की शिकायत करते हुए नजर आए. इस वीडियो में विधायक कह रहे थे कि सेवानिवृत्त शिक्षक विश्वेश्वर दयाल की भूमि की पैमाइश के लिए घूस में 5000 रुपये लिए गए. इस घूस की रकम को वापस किया जाए.
डीएम की रिपोर्ट में पाए गए दोषी
इस मामले में तत्काल उच्चस्तर से जांच के आदेश दिए गए. नियुक्ति विभाग ने लखीमपुर खीरी के डीएम से इसकी पूरी रिपोर्ट मांगी थी. इसमें यह पूछा कि छह साल पहले यानी वर्ष 2019 के बाद कौन-कौन उप जिलाधिकारी, तसीलदार और नायब तहसील वहां तैनात रहे. उन्होंने पैमाइश के मामले में क्या कार्रवाई की. डीएम से मिली रिपोर्ट के आधार पर इन चारों अफसरों को दोषी पाया गया.
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FIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 09:45 IST